'हम साझा मूल्यों की डोर से बंधे हुए हैं...', ASEAN समिट को संबोधित कर बोले PM मोदी

मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में आज से आसियान समिट की शुरुआत हो गई है. यह समिट दक्षिण-पूर्व एशिया के 10 देशों का बड़ा मंच है, जहां व्यापार, सुरक्षा, शिक्षा और संस्कृति जैसे मुद्दों पर बात होगी. लेकिन अब इसके सदस्य देशों की संख्या 10 से बढ़कर 11 हो गई है. ईस्ट तिमोर को आधिकारिक रूप से 11वें सदस्य के रूप में शामिल किया गया है.

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पीएम मोदी ने आसियान समिट को संबोधित किया (Photo: PTI) पीएम मोदी ने आसियान समिट को संबोधित किया (Photo: PTI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 26 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 4:55 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ASEAN समिट को वर्चुअली संबोधित किया. आसियान समिट को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मुझे आसियान परिवार के साथ जुड़ने का मौका मिला है. आसियान भारत की 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' का सबसे अहम हिस्सा है.

पीएम मोदी ने कहा कि आज मुझे आसियान परिवार के साथ एक बार फिर से जुड़ने का अवसर मिला है. मुझे खुशी हो रही है कि आसियान की सफल अध्यक्षता के लिए मैं मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम को हार्दिक बधाई देता हूं. भारत के कंट्री कॉर्डिनेटर की भूमिका को कुशलता से निभाने पर फिलीपींस के पीएम को धन्यवाद देता हूं. आसियान के नए सदस्य के रूप में ईस्ट तिमोर का स्वागत करता हूं. उन्होंने कहा कि भारत हमेशा आसियान की लीडरशिप और इंडो-पेसिफिक क्षेत्र के लिए इसके नजरिए का समर्थन करता है.

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उन्होंने कहा कि भारत और आसियान मिलकर विश्व की लगभग एक चौथाई आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं. हम सिर्फ ज्योग्राफी ही शेयर नहीं करते बल्कि हम गहरे ऐतिहासिक संबंधों और साझे मूल्यों की डोर से भी जुड़े हुए हैं. हम ग्लोबल साउथ के सहयात्री हैं. हम केवल व्यापारिक नहीं बल्कि सशक्त साझेदार भी हैं. आसियान भारत की एक्ट-ईस्ट पॉलिसी का मुख्य स्तंभ है.

पीएम मोदी ने कहा कि हमारी मजबूती और साझेदारी वैश्विक स्थिरता और विकास का सशक्त आधार बनकर उभर रही है. इस वक्त की आसियान समिट की थीम है- इंक्लूसिविटी और सस्टेनेबिलिटी. ये थीम हमारे साझा प्रयासों में स्पष्ट दिखती है.

पीएम मोदी ने कहा कि भरत सदैव आसियान सेंट्रिक और इंडो पैसिफिक पर आसियान के आउटलुक का समर्थन करता है. अनिश्चितताओं के इस दौर में भी भारत-आसियान पार्टनरशिप में प्रगति हुई है. 21वीं सदी हमारी सदी है, भारत और आसियान की सदी है. मुझे विश्वास है कि विकसित भारत 2027 का लक्ष्य पूरी मानवता के लिए उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करेगा. आपके साथ भारत कंधे से कंधा मिलाकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है.

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उन्होंने कहा कि भारत हर आपदा में अपने आसियान मित्रों के साथ मजबूती से खड़ा रहा है. एचडीआर, समुद्री सुरक्षा और ईकोनॉमी में हमारा सहयोग तेजी से बढ़ रहा है. इसे देखते हुए हम 2026को आसियान-इंडिया ईयर ऑफ मैरिटाइम कॉरपोरेशन घोषित कर रहे हैं. साथ ही हम एजुकेशन, टूरिज्म, साइंस एंड टेक्नोलॉजी, हेल्थ, ग्रीन एनर्जी और साइबर सिक्योरिटी में आपसी सहयोगी को मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं.

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