पेरू में Gen-Z के विरोध प्रदर्शन में हिंसा, एक की मौत और दर्जनों घायल... राष्ट्रपति जेरी ने इस्तीफा देने से किया इनकार

पेरू में Gen-Z युवाओं ने राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग को लेकर सड़कों पर हिंसक प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं, जिसमें एक मौत और करीब 100 घायल हुए हैं. प्रदर्शन पेंशन और वेतन बढ़ाने की मांग से शुरू होकर सरकार, भ्रष्टाचार और अपराध के विरोध में बदल गया है.

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लिमा में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन के दौरान एक युवक की मौत (Photo: AP) लिमा में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन के दौरान एक युवक की मौत (Photo: AP)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 17 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 7:50 AM IST

नेपाल के बाद अब साउथ अमेरिका में स्थित देश पेरू में भी Gen-Z का आंदोलन भड़क गया है. Gen-Z राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे हैं. इस दौरान जमकर हिंसा हो रही है. प्रदर्शन के दौरान एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई और लगभग 100 लोग घायल हुए. प्रदर्शन के दौरान 32 साल के हिप-हॉप सिंगर एडुआर्डो रुज़ को गोली मारी गई, जिसकी जांच अब चल रही है. प्रदर्शन हिंसक हो गए, जिसमें पुलिस और पत्रकार भी घायल हुए हैं.

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जेरी ने संसद का दौरा करने के बाद कहा कि उनका काम देश की स्थिरता बनाए रखना है और वह अपराध से लड़ने के लिए अतिरिक्त ताक़त की मांग करेंगे. यह प्रदर्शन एक महीने पहले शुरू हुए पेंशन और वेतन बढ़ाने की मांग से शुरू होकर सरकार, भ्रष्टाचार और बढ़ती अपराध की नाखुशी में बदल गए हैं. नया राष्ट्रपति बनने के बाद समर्थकों ने उनका पार्टी और अन्य सांसदों से इस्तीफा मांगा है.

पेरू में ये प्रदर्शन वैश्विक ट्रेंड का हिस्सा हैं, जहां युवाओं में सरकारों के खिलाफ गुस्सा और पिछली पीढ़ी से नाराजगी बढ़ी है. युवा सोशल मीडिया जैसे TikTok से प्रेरित होकर इन आंदोलनों में शामिल हो रहे हैं. जबरदस्त हिंसा और सरकारी दबाव के बीच प्रदर्शनकारी सत्ता के दुरुपयोग, भ्रष्टाचार और खूनखराबे के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं.  

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पेरू में राष्ट्रपति विरोधी आंदोलन बेकाबू (Photo: AP)

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जेरी की सरकार विवादों से घिरी हुई है. वे कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं और हाल ही में राष्ट्रपति बने हैं, लेकिन उनका नाम एक महिला द्वारा बलात्कार के आरोपों के चलते जांच में भी शामिल रहा है. हालांकि आरोपों को अगस्त में ख़ारिज कर दिया गया. प्रदर्शनकारियों ने उन्हें और सरकार को आलोचना का निशाना बनाया है, खासकर उन कानूनों के लिए जो अपराधियों के पक्ष में माने जाते हैं. प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने उन्हें ‘रेपिस्ट’ कहकर और पुलिस पर पत्थर फेंक कर प्रतिक्रिया दी, जिस पर पुलिस ने रबर बुलेट और आंसू गैस का इस्तेमाल किया.

पेरू के लोग कई दशकों से भ्रष्टाचार और नाकाम सरकारों से तंग आ चुके हैं. युवा वर्ग में नकारात्मकता बढ़ रही है और वे बदलाव की मांग कर रहे हैं. सरकार की नीतियों और हिंसा के चलते जन आक्रोश दिन पर दिन बढ़ रहा है, जो लगातार बड़े प्रदर्शनों में बदल रहा है.

यह आंदोलन पेरू के अंदर राजनीतिक और सामाजिक बदलाव की मांग है, जहां युवा अपनी आवाज़ को मजबूत कर रहे हैं और वे भ्रष्टाचार, अपराध, और सरकार की नाकामी के खिलाफ खड़े हो रहे हैं.

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