पति भारत में करना चाहता है दूसरी शादी, दिया धोखा... पाकिस्तानी महिला की PM मोदी से न्याय की गुहार

कराची की निकिता नागदेव ने अपने पति विक्रम नागदेव पर विवाह के बाद भारत लाकर सीमा पर छोड़ देने और दूसरी शादी की कोशिश का आरोप लगाया है. भावुक अपील में उन्होंने पीएम मोदी से न्याय की मांग की. मामला भारत और पाकिस्तान, दोनों जगह सामाजिक और कानूनी संस्थाओं का ध्यान आकर्षित कर रहा है, जबकि पंचायतों ने विक्रम को पाकिस्तान भेजने की सिफारिश की है.

Advertisement
निकिता का कहना है कि उनके पति ने धोखे से उन्हें पाकिस्तान भेज दिया. (Photo- Screengrab) निकिता का कहना है कि उनके पति ने धोखे से उन्हें पाकिस्तान भेज दिया. (Photo- Screengrab)

धर्मेंद्र कुमार शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 07 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 1:32 PM IST

कराची की रहने वाली निकिता नागदेव ने अपने पति विक्रम नागदेव पर गंभीर आरोप लगाते हुए एक भावुक वीडियो संदेश जारी किया है. निकिता का कहना है कि उनका विवाह 26 जनवरी 2020 को कराची में हिंदू रीति-रिवाज़ से हुआ था. शादी के एक महीने बाद, 26 फरवरी 2020 को विक्रम उन्हें भारत लेकर आया, लेकिन कुछ ही महीनों में उनका जीवन पूरी तरह बदल गया.

Advertisement

निकिता के अनुसार, 9 जुलाई 2020 को विक्रम उन्हें 'वीजा तकनीकी समस्या' का बहाना बनाकर अटारी बॉर्डर ले गया और जबरन पाकिस्तान वापस भेज दिया. इसके बाद उसने न तो उन्हें वापस बुलाने की कोशिश की, न ही कोई जिम्मेदारी निभाई. वीडियो में निकिता ने कहा, "मैं बार-बार भारत बुलाने की गुहार लगाती रही लेकिन उसने हर बार मना कर दिया. अगर आज इंसाफ नहीं मिला, तो महिलाओं का सिस्टम पर भरोसा खत्म हो जाएगा."

यह भी पढ़ें: पाकिस्तान से आई सीमा हैदर फिर हुई प्रेग्नेंट, छठे बच्चे को देगी जन्म... डॉक्टर ने दी है ये तारीख

निकिता का आरोप है कि शादी के तुरंत बाद ही उनके ससुराल वालों का व्यवहार बदल गया. उन्हें पता चला कि विक्रम का संबंध उनके ही एक रिश्तेदार से था. जब उन्होंने शिकायत की तो उनके ससुर ने इसे सामान्य बताते हुए मामला दबा दिया. कोविड लॉकडाउन के दौरान विक्रम ने उन्हें पाकिस्तान लौटने के लिए मजबूर किया और तभी से वह उन्हें भारत आने नहीं दे रहा है.

Advertisement

जनवरी 2025 में निकिता ने दर्ज कराई शिकायत

डर और मानसिक तनाव के बीच निकिता ने 27 जनवरी 2025 को लिखित शिकायत दर्ज कराई. मामला सिंधी पंचायत मेडिएशन एंड लीगल काउंसिल सेंटर तक पहुंचा, जो मध्य प्रदेश हाई कोर्ट द्वारा अधिकृत है. नोटिस जारी हुए, सुनवाई भी हुई, लेकिन सुलह नहीं हो सकी. 30 अप्रैल 2025 को जारी रिपोर्ट में कहा गया कि दोनों ही पक्ष भारतीय नागरिक नहीं हैं, इसलिए केस पाकिस्तान के अधिकार क्षेत्र में आता है. केंद्र ने विक्रम को पाकिस्तान भेजने की सिफारिश की.

यह भी पढ़ें: पाकिस्तान में सिर्फ 37 मंदिर-गुरुद्वारे सक्रिय... बुरे हाल में अल्पसंख्यकों के धर्मस्थल, मंडरा रहा तोड़फोड़ का खतरा

इंदौर पंचायत ने विक्रम को पाकिस्तान भेजने की सिफारिश की

इससे पहले मई 2025 में इंदौर सोशल पंचायत ने भी विक्रम को पाकिस्तान भेजने की सलाह दी थी. कलेक्टर आशीष सिंह ने पुष्टि की कि जांच के आदेश दिए जा चुके हैं और रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी. निकिता अब भी भारत सरकार और पीएम मोदी से उम्मीद लगाए बैठी हैं. उनका कहना है, "हर औरत को इंसाफ मिलना चाहिए. मैं न्याय का इंतजार कर रही हूं."

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement