पाकिस्तान में TLP प्रदर्शनकारियों और सेना के बीच झड़प, 10 लोगों की मौत... कई पुलिसकर्मी घायल

रविवार को टीएलपी के प्रदर्शनकारियों और पुलिस एवं रेंजर्स के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसमें 10 से अधिक प्रदर्शनकारी मारे गए और 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए. साथ ही प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तानी रेंजर्स पर बख्तरबंद वाहन से लोगों को कुचलने का आरोप लगाया है, जिससे कई इलाकों में भी झड़पें हुईं, जिससे व्यापक तनाव फैल गया है.

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पाकिस्तान में प्रदर्शकारी और सुरक्षाबलों के बीच झड़प. (Photo: Reuters/Mohsin Raza) पाकिस्तान में प्रदर्शकारी और सुरक्षाबलों के बीच झड़प. (Photo: Reuters/Mohsin Raza)

aajtak.in

  • इस्लामाबाद,
  • 13 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 10:38 AM IST

पाकिस्तान के मुरीदके में रविवार रात को तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के प्रदर्शनकारियों और पुलिस और रेंजर्स के बीच हिंसक झड़प हो गई. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे, जिससे कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए. प्रदर्शनकारियों ने अर्धसैनिक बल पर अत्याधुनिक हथियारों से गोलीबारी करने का आरोप लगाया. साथ ही पुलिस और सुरक्षाबलों के जवानों ने इस्लामाबाद के रेड जोन को किले में तब्दील कर दिया है और कई होटलों को खाली करा लिया है.

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स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रेंजर्स और पांच जिलों से भेजी गई बड़ी संख्या में पुलिस बलों ने रविवार सुबह मुरीदके के टीएलपी कैंप को घेर लिया.

10 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की मौत

कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) ने दावा किया कि पुलिस ने उसके 11 समर्थकों को गोली मार दी और रेंजर्स ने बख्तरबंद वाहन से 70 लोगों को कुचल दिया, जिससे कई लोग घायल हो गए.

प्रदर्शनकारियों ने बताया कि इस्लामाबाद जा रहे मुरीदके में पुलिस और रेंजर्स ने टीएलपी प्रदर्शनकारियों पर खुली गोलीबारी की, जिसमें कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए हैं.

डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, लाहौर में शुक्रवार को हुई झड़पों में टीएलपी ने अपने 10 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की मौत का दावा किया, हालांकि, उनके इस दावे की अभी तक पुष्टि नहीं हुई है.

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112 पुलिसकर्मी घायल

लाहौर पुलिस के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ने बताया कि 112 पुलिसकर्मी घायल हुए और कई लापता हैं. प्रदर्शनकारियों ने यातिम खाना चौक, चौबुर्जी, आजादी चौक और शाहदरा जैसे प्रमुख चौराहों पर बैरिकेड्स तोड़ दिए. रविवार को मुरीदके में रेंजर्स और प्रदर्शनकारियों के बीच भारी झड़पें हुईं, जहां प्रदर्शनकारी अमेरिकी दूतावास के पास गाजा समर्थन में प्रदर्शन करने के इरादे से इस्लामाबाद पहुंचने की कोशिश कर रहे थे.

अधिकारी ने बताया, 'मुख्य झड़पें लाहौर के शाहदरा और मुरीदके इलाकों के बीच हुईं, जिसमें दर्जनों पुलिसकर्मी और टीएलपी कार्यकर्ता घायल हो गए.' उन्होंने बताया कि खारियां शहर में जीटी रोड पर वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए एक गड्ढा खोद दिया गया है.

प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए सराय आलमगीर में झेलम पुल के पास और चेनाब नदी के वजीराबाद की ओर भी खाइयां खोदी गईं.

इजरायल विरोधी अभियान

दरअसल, पार्टी प्रमुख साद हुसैन रिजवी के नेतृत्व में टीएलपी का मार्च, सरकार विरोधी, गाजा समर्थन और इजरायल विरोधी अभियान लाहौर से मुरीदके पहुंचा था. प्रदर्शनकारियों ने इस्लामाबाद के रास्ते में कई पुलिस बैरिकेड्स का सामना करने के बावजूद मुरीदके में कैंप स्थापित कर लिए. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में घायलों को एक-दूसरे का सहारा देते और सड़कों पर अराजकता दिखाई दे रही है.

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2015 में TLP की स्थापना

टीएलपी एक अति-दक्षिणपंथी राजनीतिक दल है जिसकी स्थापना बरेलवी मौलवी खादिम हुसैन रिजवी ने 2015 में की थी. लाखों सदस्यों वाला यह समूह पाकिस्तान के ईशनिंदा विरोधी कानूनों में किसी भी बदलाव के विरोध में बार-बार सड़कों पर उतरता रहा है. उन्होंने फिलिस्तीन पर अमेरिका, इजरायल और पश्चिमी देशों के रुख के खिलाफ भी प्रदर्शन किए हैं.

हुसैन रिजवी पहली बार 2010 में तब चर्चा में आए, जब उन्होंने पंजाब के तत्कालीन गवर्नर सलमान तासीर की सख्त ईशनिंदा कानूनों में सुधार की मांग वाली टिप्पणी के विरोध में अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी थी.

वहीं, पाकिस्तान के 2018 के चुनावों के दौरान ये दक्षिणपंथी पार्टी प्रमुखता से उभरी थी, जिसने ईशनिंदा कानून का बचाव करने के लिए समर्थन जुटाया था, जिसमें इस्लाम का अपमान करने पर मौत की सजा का प्रावधान है. टीएलपी 22 लाख से अधिक वोट हासिल करके पांचवीं सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी.

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