'भारत ने सिंधु जल संधि खत्म की तो हम युद्ध के लिए तैयार', पाकिस्तान के गृहमंत्री की गीदड़भभकी

पाकिस्तान के गृहमंत्री मोहसिन नक़वी का बयान सामने आया है. उन्होंने सिंधु जल संधि को कहा कि भारत इस ऐतिहासिक समझौते को एकतरफा तौर पर खत्म नहीं कर सकता, क्योंकि इस संधि का गारंटर वर्ल्ड बैंक है.

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मोहसिन नकवी ने सिंधु जल संधि को लेकर गीदड़भभकी दी है मोहसिन नकवी ने सिंधु जल संधि को लेकर गीदड़भभकी दी है

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 26 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 8:51 PM IST

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सिंधु जल संधि को रोकने समेत कई कड़े कदम उठाए हैं. इससे पाकिस्तान बिलबिला गया है. लिहाजा पाकिस्तान की ओर से लगातार गीदड़भभकियां दी जा रही हैं. इसी क्रम में अब पाकिस्तान के गृहमंत्री मोहसिन नक़वी का बयान सामने आया है. उन्होंने सिंधु जल संधि को कहा कि भारत इस ऐतिहासिक समझौते को एकतरफा तौर पर खत्म नहीं कर सकता, क्योंकि इस संधि का गारंटर वर्ल्ड बैंक है.नक़वी ने गीदड़भभकी देते हुए कहा कि अगर कोई भी कदम उठाया गया, तो पाकिस्तान युद्ध के लिए तैयार है.

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इससे पहले सिंधु जल संधि को लेकर बिलावल भुट्टो ने भी गीदड़भभकी दी थी. बिलावल ने कहा था कि मैं सिंधु दरिया के पास खड़े होकर साफ कहना चाहता हूं कि सिंधु नदी हमारी थी, है और हमारी ही रहेगी. या तो इस नदी से हमारा पानी बहेगा, या फिर उसका खून जो हमारी हिस्सेदारी छीनना चाहता है. बिलावल भुट्टो ने कहा था कि सिर्फ इसलिए कि उनकी (भारत) आबादी ज़्यादा है, वो ये नहीं तय कर सकते कि पानी किसका है. पाकिस्तान की अवाम बहादुर और ग़ैरतमंद है, हम डटकर मुक़ाबला करेंगे, सरहदों पर हमारी फौज हर हमले का जवाब देने को तैयार है.

बिलावल ने भी दी गीदड़भभकी

बिलावल ने कहा था कि हमारा हर पाकिस्तानी सिंधु का पैग़ाम लेकर दुनिया को बताएगा कि दरिया पर डाका मंज़ूर नहीं. दुश्मन की नजरें हमारे पानी पर हैं, पूरे मुल्क को मिलकर इसका जवाब देना होगा. बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में सिंधु जल संधि पर हस्ताक्षर हुए थे, जिसमें सिंधु नदी के जल बंटवारे को लेकर विस्तृत प्रावधान किए गए थे. इस संधि की मध्यस्थता और निगरानी का दायित्व विश्व बैंक के पास है. 

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पहलगाम आतंकी हमले में गई थी 26 लोगों की जान

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ था. इसमें 26 निर्दोष लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 17 लोग घायल हुए थे. आतंकियों ने पर्यटकों को उनका धर्म पूछकर निशाना बनाया था. इस टेरर अटैक को लेकर पूरे देश में गुस्सा और गम का माहौल है.इस हमले के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए सिंधु जल संधि रोकने का ऐलान किया था.

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