पाकिस्तान में बलूचिस्तान के मंत्री को तीन लोगों की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए मंत्री का नाम सरदार अब्दुल रहमान खेतान है, जिन पर तीन लोगों की हत्या का आरोप है.
पुलिस ने पाकिस्तान के प्रांत बलूचिस्तान के निर्माण और संचार मंत्री खेतान के घर के कुएं से तीन शव बरामद किए थे, जो गोलियों से छलनी थे. ये शव एक महिला और दो बच्चों के थे जो पूरी तरह से क्षत-विक्षत थे.
घर में निजी जेल बनाने के भी आरोप
खेतान पर यह भी आरोप हैं कि उन्होंने अपने घर में एक निजी जेल बना रखी है, जहां वह लोगों को अगवा कर बंद कर देते हैं. इन लोगों को जेल में प्रताड़ित किया जाता है. आरोप है कि महिला और उसके दो बच्चों को भी इसी जेल में बंद कर प्रताड़ित किया गया था और बाद में उनकी हत्या कर शव कुएं में डाल दिए.
इस घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया था, जिसके बाद खेतान को गिरफ्तार किया गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस को सोमवार रात को बरखान जिले में उनके घर के कुएं से तीन क्षत-विक्षत शव मिले हैं.
आरोपी मंत्री के खिलाफ क्वेटा में प्रदर्शन
मंत्री के खिलाफ आरोप लगाए जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने क्वेटा में लगातार दूसरे दिन प्रदर्शन किया और पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की.
ये शव एक स्थानीय शख्स खान मुहम्मद मरी के परिवार के सदस्यों के हैं. खान ने खेतान पर अपनी पत्नी और बच्चों की हत्या का आरोप लगाया है. खान मोहम्मद मरी ने कहा कि 2019 में मेरी पत्नी और सात बच्चों को खेतान के घर की निजी जेल में कैद कर लिया गया था.
लेकिन खेतान ने इन आरोपों से इनकार करते हुए इसे उनके खिलाफ साजिश बताया है. खेतान का कहना है कि यह पूरी राजनीतिक छवि को धूमिल करने की साजिश है.
खान मोहम्मद ने भी एक शिकायत दर्ज की थी, जिसमें कहा गया कि उसकी पत्नी और बच्चों को खेतान के घर की निजी जेल में कैद कर रखा गया और प्रताड़ित किया गया.
उन्होंने कहा कि उनकी 13 साल की बेटी सहित अन्य पांच बच्चे अभी भी मंत्री की जेल में कैद हैं.
इस घटना के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट कर गुस्सा जाहिर किया है.
उन्होंने कहा है कि बलूचिस्तान में सरदार अब्दुल रहमान खेतान की निजी जेल में बलूच महिला और उनके बच्चों को अवैध रूप से कैद करने और उन्हें शारीरिक यातना देकर हत्या किए जाने की निंदा करता हूं. मामले में तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए.
पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने भी ट्वीट कर कहा कि गोलियां से छलनी तीन शवों का पता चलने की घटना से स्तब्ध हैं. इन गंभीर आरोपों की जल्द से जल्द जांच की जानी चाहिए.
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