PAK का फैन है न्यूजीलैंड शूटआउट का संदिग्ध हमलावर, कहा था- दयालु लोगों से भरा है देश

फेसबुक पर ब्रेंटेन ने अपनी पाकिस्तान की यात्रा को लेकर एक पोस्ट लिखा था. इसमें उसने लिखा था कि दुनिया में सबसे अधिक योग्य, दयालु और विनम्र लोगों से भरा एक अविश्वसनीय स्थान पाकिस्तान में है. Hunza और Nagar वैली की सुंदरता के मुकाबले में कोई नहीं ठहरता.

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ब्रेंटन टैरेंट ब्रेंटन टैरेंट

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 15 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 9:39 PM IST

न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च की दो मस्जिदों में शुक्रवार को हुई फायरिंग में 49 लोगों की मौत हो गई. संदिग्ध ब्रेंटेन टैरेंट ने मस्जिद में फायरिंग की इंटरनेट पर लाइव स्ट्रीमिंग की. अब उसके बारे में तमाम खुलासे हो रहे हैं.

इस संदिग्ध की तस्वीर इंटरनेट पर वायरल हो रही है. हमलावर 28 साल का ऑस्ट्रेलियाई है जो पाकिस्तान से काफी प्रभावित है. ब्रेंटेन हिंदुस्तान में आतंकी हमले कराने वाले और दक्षिण एशिया की शांति के लिए समस्या बन चुके पाकिस्तान को एक अधिक योग्य, दयालु और विनम्र लोगों से भरा देश मानता है.

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ऑस्ट्रेलियाई अखबार सिडनी मार्निंग हेराल्ड के मुताबिक फेसबुक पर ब्रेंटेन ने अपनी पाकिस्तान की यात्रा को लेकर एक पोस्ट लिखा था. इसमें उसने लिखा था कि दुनिया में सबसे अधिक योग्य, दयालु और विनम्र लोगों से भरा एक अविश्वसनीय स्थान पाकिस्तान में है. Hunza और Nagar वैली की सुंदरता के मुकाबले में कोई नहीं ठहरता.

चश्मदीदों के मुताबिक शुक्रवार को उसने न्यूजीलैंड की मस्जिद में प्रवेश किया और प्रार्थना कर रहे लोगों पर गोलियां चलाने लगा, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई. बताया जाता है कि एक शख्स ने अपने हथियार से उसका पीछा किया, लेकिन वह भागने में सफल रहा. यह भी पुष्टि की गई कि हमले में एक AR 15 राइफल का इस्तेमाल किया गया था.

ब्रेंटेन टैरेंट कौन है?

हमले से पहले, ब्रेंटेन द ग्रेट रिप्लेसमेंट नाम से 73 पेज का एक घोषणापत्र लिखा. इसमें इसने खुद को सामान्य श्वेत व्यक्ति बताया. उसने लिखा कि 2 साल पहले उसने हमले की योजना बनाई थी, लेकिन हमले की तारीख से 3 महीने पहले ही सटीक स्थान तय कर लिया. उसने लिखा कि शुरू में डुनेडिन में एक मस्जिद को निशाना बनाने की योजना बनाई थी.

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उसने लिखा कि कैसे उन दो मस्जिदों पर हमला करने के बाद उसने एशबर्टन की एक मस्जिद की ओर ड्राइव करने की योजना बनाई. वह आगे बताता है कि हाई स्कूल के बाद पढ़ाई करने की उसकी कोई योजना नहीं थी और उसका उद्देश्य दुनिया की यात्रा करना था. माना जाता है कि वह  यूरोप, दक्षिण-पूर्व एशिया और पूर्वी एशिया की यात्रा कर चुका है.

एक महिला के मुताबिक टैरेंट एक साधारण आदमी है लेकिन विश्वास नहीं होता कि उसे किस तरह से कट्टरपंथी बना दिया गया. उन्होंने कहा कि टैंरेट और वे कभी धर्म और राजनीति को लेकर चर्चा नहीं किए, लेकिन ये पता था कि उसको यात्रा करने का शौक है.

न्यूजीलैंड में भारत के हाई कमिश्नर संजीव कोहली ने बताया है कि इस हमले के बाद से अब तक नौ भारतीय लोगों के लापता होने की खबर है.

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