तो टूट गया सीजफायर! नेतन्याहू ने दिया गाजा पर भीषण हमले का आदेश, हमास के इस कदम से नाराज

गाजा में युद्धविराम के बीच फिर हिंसा भड़क गई है. इज़राइल ने हमास पर समझौते के उल्लंघन और बंधकों की वापसी में देरी का आरोप लगाया, जबकि नेतन्याहू ने 'शक्तिशाली हमलों' के आदेश दिए. मिस्र मध्यस्थता की कोशिश कर रहा है, लेकिन शांति प्रक्रिया अब खतरे में दिख रही है.

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इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू.(फोटो क्रेडिट-AP) इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू.(फोटो क्रेडिट-AP)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 28 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 11:27 PM IST

गाजा में युद्धविराम के बावजूद तनाव एक बार फिर बढ़ गया है. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को सेना को 'शक्तिशाली हमले' शुरू करने के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि हमास ने युद्धविराम की शर्तों का उल्लंघन किया है, इसलिए अब जवाब देना जरूरी है.

इस घोषणा के साथ ही अमेरिका की मध्यस्थता में हुआ नाज़ुक युद्धविराम खतरे में पड़ गया है. नेतन्याहू ने कहा कि हमास ने जिस तरह से बंधक के अवशेष लौटाए हैं, वह समझौते का 'स्पष्ट उल्लंघन' है.

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बंधकों के शवों की वापसी पर विवाद

रिपोर्टों के मुताबिक, इजराइल के सैनिकों पर दक्षिणी गाजा में तब हमला हुआ जब हमास ने एक बंधक के शव लौटाए. बाद में हमास के सशस्त्र विंग, अल-कसम ब्रिगेड ने कहा कि वह बाकी शवों की वापसी को 'रोक' रहा है, क्योंकि इजराइल लगातार सीजफायर तोड़ रहा है. हमास का कहना है कि गाजा में जारी बमबारी से खोज और शव बरामद करने की प्रक्रिया बाधित हो रही है.

बंधकों के शवों की बरामदगी और वापसी इस संघर्ष विराम के अगले चरणों के लिए सबसे बड़ी अड़चन बन चुकी है. आने वाले चरणों में हमास के निरस्त्रीकरण, अंतरराष्ट्रीय शांति सेना की तैनाती और गाजा की भविष्य की शासन व्यवस्था जैसे जटिल मुद्दों पर चर्चा होनी है. हमास का कहना है कि गाजा में भारी तबाही के कारण शवों को ढूंढना बेहद मुश्किल हो गया है, जबकि इजरायली अधिकारियों का आरोप है कि संगठन जानबूझकर शवों की वापसी में देरी कर रहा है.

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मिस्र ने इस प्रक्रिया में मदद के लिए अपने विशेषज्ञों और भारी उपकरणों को खान यूनिस और नुसेरात इलाकों में भेजा है, जहां मंगलवार को भी खोज अभियान जारी रहा.

पिछली गलतफहमियां और मुश्किलें

यह पहली बार नहीं है जब बंधकों के शवों को लेकर भ्रम पैदा हुआ. पहले भी कई बार शवों की पहचान को लेकर गलत रिपोर्ट सामने आई हैं. फरवरी 2024 में हमास ने तीन बंधकों के शव लौटाने का दावा किया था, लेकिन डीएनए जांच में उनमें से एक शव फिलिस्तीनी महिला का निकला था. इस बार लौटाए गए शव की पहचान ओफिर जरफाती के रूप में हुई है, जो 2023 के अक्टूबर हमले में बंधक बनाए गए थे.

सीजफायर की मुश्किलें और भविष्य की चुनौती

10 अक्टूबर से लागू युद्धविराम के दौरान हमास ने अब तक 15 बंधकों के शव लौटाए हैं, जबकि इजराइल ने 195 फिलिस्तीनी शव गाजा को सौंपे हैं. लेकिन अब यह प्रक्रिया अटक गई है. अगला चरण, जिसमें हमास के निरस्त्रीकरण और गाजा के भविष्य पर बातचीत होनी थी, अब मुश्किल में है. मिस्र के दल गाजा में खोज और पहचान में मदद कर रहे हैं, लेकिन स्थिति फिर से बिगड़ने के आसार हैं.

नेतन्याहू का सख्त रुख

नेतन्याहू ने कहा, 'हमास के हर उल्लंघन का जवाब मिलेगा. इजराइल के नागरिकों और सैनिकों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.' इजराइली सेना ने भी कहा है कि वह किसी भी हमले या समझौते के उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं करेगी.

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