'सरकार मुझे अरेस्ट करना चाहती है...', पूर्व PM ओली का नेपाल सरकार पर आरोप

नेपाल के सुप्रीम कोर्ट की प्रधान न्यायाधीश रह चुकीं सुशीला कार्की 12 सितंबर को अंतरिम प्रधानमंत्री बनी थीं. राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने उनकी सिफारिश पर प्रतिनिधि सभा को भंग कर दिया था.

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केपी शर्मा ओली का सुशीला कार्की सरकार पर आरोप (Photo: PTI) केपी शर्मा ओली का सुशीला कार्की सरकार पर आरोप (Photo: PTI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 19 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 11:41 PM IST

नेपाल के अपदस्थ प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने रविवार को कहा कि देश की मौजूदा सरकार बिना किसी आधार के उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है. 

ओली ने कहा कि मौजूदा सरकार पांच मार्च 2026 को देश में आम चुनाव कराए जाने को लेकर गंभीर भी नहीं है. सत्ता से हटने के एक महीने बाद काठमांडू में पत्रकारों के साथ बातचीत में ओली ने कहा कि उनकी पार्टी सीपीएन-यूएमएल निलंबित प्रतिनिधि सभा की बहाली की मांग करेगी.

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उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी तरह से उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है, हालांकि इसके लिए कोई ठोस आधार नहीं है. ओली ने सितंबर की शुरुआत में भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ युवा नेतृत्व वाले Gen-Z ग्रुप के हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद इस्तीफा दे दिया था.

पूर्व शीर्ष न्यायाधीश सुशीला कार्की 12 सितंबर को अंतरिम प्रधानमंत्री बनी थीं. राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने उनकी सिफारिश पर संसद को भंग कर दिया था. देश में अगला आम चुनाव 5 मार्च, 2026 को होने वाला है.

बता दें कि Gen-Z युवाओं ने तत्कालीन प्रधानमंत्री ओली और गृहमंत्री रमेश लेखक की गिरफ्तारी की मांग की थी. युवाओं का आरोप है कि उनके आंदोलन के दौरान ओली और रमेश लेखक को पुलिस के अत्यधिक बल प्रयोग के लिए जिम्मेदार ठहराया था.

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