Exclusive: भारत से बेहतर रिश्ते, भ्रष्ट नेताओं को जेल और संविधान में बदलाव... जानें नेपाल की GenZ लीडरशिप का एजेंडा

नेपाल की नई पीढ़ी की राजनीति GenZ कोर कमेटी ने भ्रष्टाचार मुक्त नेपाल बनाने और भारत समेत अन्य देशों के साथ निवेश व सहयोग बढ़ाने का अपना एजेंडा साफ किया है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे दुनिया के सबसे बड़े नेताओं में से हैं. GenZ नेताओं ने भ्रष्ट नेताओं और नौकरशाहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकल्प लिया है.

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GenZ कोर कमेटी ने अपने आंदोलन को शांतिपूर्ण बताया और कहा कि यह भ्रष्टाचार के खिलाफ 'करो या मरो' की लड़ाई थी. (Photo: PTI) GenZ कोर कमेटी ने अपने आंदोलन को शांतिपूर्ण बताया और कहा कि यह भ्रष्टाचार के खिलाफ 'करो या मरो' की लड़ाई थी. (Photo: PTI)

अमित भारद्वाज

  • काठमांडू,
  • 14 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 3:13 PM IST

नेपाल की नई पीढ़ी की राजनीति यानी GenZ कोर कमेटी ने आजतक से खास बातचीत में अपने विजन और एजेंडे को साफ किया है. कमेटी के सदस्य तनाका धामी और अर्जुन शाही ने कहा कि उनका मकसद नेपाल को भ्रष्टाचार से मुक्त करना और भारत समेत अन्य देशों के साथ निवेश व सहयोग बढ़ाना है. उन्होंने कहा कि वे भारत के साथ बेहतर संबंध चाहते हैं.

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'पीएम मोदी दुनिया के सबसे बड़े नेताओं में से'

GenZ नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की. उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी दुनिया के सबसे बड़े नेताओं में से हैं. उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया की टॉप 3 में पहुंचा दिया है. हम उनके संदेश का स्वागत करते हैं.'

संविधान को लेकर GenZ नेताओं ने कहा कि जो प्रावधान अब तक सिर्फ नेताओं और अफसरों को फायदा पहुंचा रहे थे, उन्हें बदला जाएगा. उनका कहना है कि केवल केपी ओली ही नहीं, बल्कि हर उस भ्रष्ट नेता और नौकरशाह को जेल भेजा जाएगा, जिसने नेपाल को इस हालत में पहुंचाया.

(नेपाल के GenZ आंदोलन की कोर कमेटी के सदस्य अर्जुन शाही और तनाका धामी)

'वो हमारे लिए करो या मरो की लड़ाई थी'

हिंसा के आरोपों पर उन्होंने साफ किया कि 'हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण था. 9 सितंबर को जिन 22 GenZ युवाओं की हत्या हुई, उसकी जिम्मेदारी राजनीतिक नेताओं पर है.' अर्जुन शाही और तनाका धामी ने इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग बताते हुए कहा कि यह उनके लिए 'करो या मरो' की लड़ाई थी. लोगों ने हम पर शक किया, लेकिन हम सुनिश्चित करेंगे कि यह लड़ाई अपने मुकाम तक पहुंचे.

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'परिपक्वता उम्र से नहीं आती'

उन्होंने कहा कि 80 साल का बुज़ुर्ग भी बच्चे जैसा हो सकता है और 14 साल का बच्चा भी उतना परिपक्व हो सकता है जितना कोई 80 साल का इंसान. परिपक्वता उम्र से नहीं आती, यह अनुभव से आती है. हम महात्मा गांधी का अनुसरण करते हैं, लेकिन यह सोशल मीडिया का युग है. हमारा मॉडल अलग है. हमने सिर्फ 17 घंटे में क्रांति ला दी.

उन्होंने कहा कि जहां तक नेपाल के हिंदू राष्ट्र बनने की बात है, तो यहां अलग-अलग धर्मों के लोग बिना भेदभाव के साथ रहते हैं. हम इंसानियत पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं. नेपाल हिंदू धर्म का ही नहीं, बल्कि बौद्ध धर्म का भी केंद्र है. हमारा लक्ष्य है कि सभी धर्म साथ मिलकर रहें.

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