म्यांमार की सरकार से सेना द्वारा बेदखल कर दी गईं आंग सान सू की को अब 17 फरवरी तक रिमांड में ही रहना होगा. म्यांमार में इस वक्त सबकुछ सेना ने अपने हाथ में ले लिया है. ऐसे में जब अलग-अलग इलाकों में प्रदर्शन तेजी से बढ़ रहा है, ऐसे में आंग सान सू की को रिमांड में रखा जा रहा है.
म्यांमार में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं और सू की को रिहा करने की मांग की जा रही है. लेकिन सेना द्वारा रिमांड बढ़ाए जाने के बाद ये तकरार बढ़ सकती है.
बता दें कि बीते दिन हजारों की संख्या में इंजीनियर्स ने मार्च निकाला था, जिसमें आंग सान सू की को रिहा करने की मांग की गई थी. यांगोन में भी बीते दिनों जब इंटरनेट बंद कर दिया गया था और सेना ने एक बार फिर सड़कों पर टैंक घुमाने शुरू किए थे, तब भी कुछ संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए थे.
सेना ने जब म्यामांर की सत्ता को अपने कब्जे में लिया तो सबसे पहले आंग सान सू की को हिरासत में लिया, साथ ही सरकार के सभी बड़े चेहरों को नजरबंद कर दिया गया. दुनिया के कई बड़े देशों ने म्यामांर के हालात पर चिंता व्यक्त की है और आंग सान सू की को जल्द रिहा करने की मांग की है.
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