अमेरिका के मिनियापोलिस शहर में कैथोलिक स्कूल पर हुए आतंकी हमले के बाद जांच एजेंसियां लगातार नई जानकारियां जुटा रही हैं. बुधवार सुबह (स्थानीय समयानुसार) हुई इस गोलीबारी में 2 बच्चों की मौत और 17 अन्य घायल हुए थे. हमलावर ने बाद में खुद को भी गोली मार ली थी. इस घटना को लेकर एफबीआई ने आतंकी साज़िश की आशंका जताई है.
एफबीआई निदेशक काश पटेल ने जानकारी देते हुए कहा कि जांच में अब इस हमले को घरेलू आतंकवाद और धार्मिक नफरत से जुड़ा अपराध माना जा रहा है. एजेंसी का फोकस इस बात पर है कि क्या हमलावर रॉबिन वेस्टमैन किसी बड़े नेटवर्क से जुड़ा था या उसने पूरी योजना अकेले ही बनाई थी.
पुलिस को मिले ऑनलाइन सुराग
पुलिस प्रमुख ब्रायन ओ’हारा के अनुसार, हमलावर की पहचान 23 वर्षीय रॉबिन वेस्टमैन के रूप में हुई है, जिसने राइफल, शॉटगन और पिस्टल से हमला किया. वेस्टमैन ने प्रार्थना के दौरान चर्च की खिड़कियों से अंदर बैठे बच्चों पर गोलियां बरसाईं. उन्होंने बताया कि वेस्टमैन ने घटना से पहले यूट्यूब पर एक मैनिफेस्टो अपलोड किया था, जिसमें हमले की मंशा दर्ज थी. हालांकि, वीडियो को प्लेटफॉर्म ने हटा दिया है. फिलहाल, डिजिटल फुटप्रिंट्स और सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच की जा रही है.
आरोपी रॉबिन वेस्टमैन ने हमले में तीन अलग-अलग हथियारों का इस्तेमाल किया, जिन्हें उसने पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया के तहत खरीदा था. इस खुलासे के बाद अमेरिका में फिर से गन कंट्रोल कानूनों को लेकर बहस तेज हो गई है.
ट्रंप ने झंडे झुकाने का आदेश दिया
व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर बताया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए रविवार (31 अगस्त) तक सभी संघीय भवनों, सैन्य ठिकानों और नौसैनिक जहाजों पर अमेरिकी झंडों को आधा झुकाने का आदेश दिया है.
अमेरिका से पहले चुने गए पोप लियो XIV ने घटना को भयावह त्रासदी बताया और पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा, "बच्चों की मौत से मैं बेहद दुखी हूं और सभी प्रभावित परिवारों के लिए प्रार्थना करता हूं."
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