पाकिस्तान के बहावलपुर से एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है. लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के कैडर और पाकिस्तान मार्काजी मुस्लिम लीग (PMML) के दक्षिण पंजाब के अध्यक्ष इमरान लियाकत भट्टी ने खुलेआम स्वीकार किया है कि हाफिज मुहम्मद सईद ही पीएमएमएल का वास्तविक नेता है. 25 अक्टूबर 2025 को आयोजित एक सार्वजनिक सभा में भट्टी ने कहा था कि हाफिज सईद ने व्यक्तिगत रूप से अपने लोगों को 'पीएमएमएल का ख्याल रखने' का निर्देश दिया था.
इमरान लियाकत भट्टी के बयान से यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान मार्काजी मुस्लिम लीग प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से सीधे जुड़ा है. यह कबूलनामा उन संदेहों को उजागर करता है जो लंबे समय से पनप रहे थे कि पीएमएमएल कोई स्वतंत्र राजनीतिक इकाई नहीं है, बल्कि लश्कर-ए-तैयबा का ही एक मोर्चा है, जिसने प्रतिबंधों से बचने के लिए राजनीतिक पार्टी का चोला आढ़ा है. मुस्लिम लीग पर प्रतिबंध लगने के बाद, हाफिज सईद ने इसे पीएमएमएल नाम दे दिया, जो लश्कर-ए-तैयबा की गतिविधियों के लिए एक राजनीतिक आड़ मात्र है.
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आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जिसकी स्थापना 1980 के दशक में हाफिज सईद ने की थी, भारत में कई खौफनाक हमलों के लिए जिम्मेदार रहा है, जिनमें 2008 का मुंबई हमला और 2025 का पहलगाम हमला शामिल है. संयुक्त राष्ट्र और कई देशों द्वारा इसे आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है. पीएमएमएल को उसके पॉलिटिकल फ्रंच के रूप में देखा जाता है, जो जमात-उद-दावा के माध्यम से लश्कर की गतिविधियों को जारी रखने में मदद करता है. अमेरिकी विदेश विभाग ने 2018 में हाफिज सई की पार्टी 'मिल्ली मुस्लिम लीग' (MML) को लश्कर-ए-तैयबा का पॉलिटिकल फ्रंट घोषित किया था. एमएमएल पर प्रतिबंध लगने के बाद, इसे पीएमएमएल नाम से रिलॉन्च कर दिया गया.
सुबोध कुमार