इजरायल पर ईरान के मिसाइल अटैक के बाद सबके मन में यह सवाल था कि आखिर इजरायल पलटवार कब करेगा. इस सवाल का जवाब आज सभी को मिल गया है. इजरायल ने ईरान के कई शहरों में रॉकेट बरसाए हैं. हालांकि, इजरायल ने ईरान की आम जनता को कोई नुकसान न पहुंचाते हुये सैन्य ठिकानों को ही निशाना बनाया है.
इजरायल ने ईरान के हमले (1 अक्टूबर) के पूरे 25 दिन बाद इसका जवाब दिया है. इस बार इजरायल ने सिर्फ ईरान को निशाना बनाने की जगह ईराक और सीरिया पर भी बम बरसाए हैं. ईराक और ईरान के साथ-साथ इजरायल ने भी फिलहाल अपना एयर स्पेस यात्री फ्लाइट्स के लिये बंद कर कर दिया है.
ईरानी सांसद और राष्ट्रीय सुरक्षा आयोग के सदस्य अहमद अज्जाम ने इजरायली हमलों पर टिप्पणी करते हुए कहा, 'हमें अपना बचाव करने का अधिकार है और हम सही समय पर जवाब देंगे. हालांकि, हम एक प्रमुख सिद्धांत का पालन करेंगे: हम झिझक या जल्दबाजी में काम नहीं करेंगे.'
अब तक इजरायल के हमले से कोई खास बड़े नुकसान की बात से इनकार करते आ रहे ईरान ने अब बड़ा कबूलनामा किया है. ईरान की सेना ने बयान जारी कर कहा है कि सैन्य ठिकानों पर इजरायली हमले में उनके दो सैनिक मारे गये हैं. हालांकि, ईरान ने दोनों सैनिकों की पहचान उजागर नहीं की है. बता दें कि इजरायल का दावा है कि उसकी एयरफोर्स ने ईरान का एयर डिफेंस सिस्टम तबाह कर दिया है.
सऊदी अरब ने ईरान पर इजरायल के हमले की निंदा की है. सऊदी ने इसे 'ईरान की संप्रभुता का उल्लंघन' करार दिया है. सऊदी अरब ने कहा कि ईरान पर इजरायल का हमला 'अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन' था.
इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने एक फोटो जारी किया है, जिसमें रक्षा मंत्री योआव गैलेंट तेहरान में हुए विस्फोटों की तस्वीर देख रहे हैं.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और दूसे शीर्ष अधिकारियों ने सुरक्षा स्थिति का आकलन किया. नेतन्याहू ने रक्षा मंत्री, सेना प्रमुख, मोसाद के प्रमुख और शिन बेट के प्रमुख के साथ रक्षा मंत्रालय में वायु सेना बेस की सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया.
IDF प्रवक्ता ने कहा, 'कुछ समय पहले, IDF ने ईरान के कई क्षेत्रों में सैन्य ठिकानों के खिलाफ लक्षित और सटीक हमला पूरा किया. हमारे सभी विमान सुरक्षित रूप से अपने बेस पर लौट आए. यह हमला हाल के महीनों में ईरान में इजरायल राज्य और उसके नागरिकों के खिलाफ शासन के हमलों के जवाब में किया गया था. जवाबी हमला पूरा हो गया है और इसके उद्देश्य हासिल कर लिए गए हैं.'
इजरायली मीडिया रिपोर्ट का दावा है कि अमेरिका ने भी ईरान को पलटवार न करने के लिये कहा है. वाइट हाउस के एक सीनियर अधिकारी ने कहा है कि प्रतिक्रिया आनुपातिक थी. हमने ईरान को संदेश भेजा कि अगर वह जवाब देता है तो हम इजरायल की रक्षा करेंगे. ईरान में सैन्य ठिकानों पर इजरायल के हमले लक्षित और आनुपातिक प्रतीत होते हैं. अब उनके बीच गोलीबारी का अंत हो जाना चाहिए.
हमले के बाद इजरायली सेना ने ईरान को धमकी देते हुए कहा है कि अगर ईरान अब ईरान कोई प्रतिक्रिया देने की कोशिश करता है तो हम हर तरह से तैयार हैं. IDF के प्रवक्ता ने कहा,'ईरान लातार इजरायल के खिलाफ महीनों से हमले कर रहा था. इसके जवाब में अभी इजरायल ने ईरान में सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किये हैं. दुनिया के हर दूसरे संप्रभु देश की तरह इजरायल को भी जवाब देने का अधिकार है. हमारी रक्षात्मक और आक्रामक क्षमताएं पूरी तरह से सक्रिय हैं. हम इजरायल और इजरायल के लोगों की रक्षा के लिए जो भी जरूरी होगा करेंगे.
इजरायली मीडिया के मुताबिक ईरान के खिलाफ इजरायली हमले तीन चरणों में किये गये. पहले चरण में ईरानी एयर डिफेंस सिस्टम को टारगेट किया गया. दूसरे और तीसरे चरण में मिसाइल और ड्रोन ठिकानों और प्रोडक्शन सेंटर को निशाना बनाया गया.
अमेरिका के सैन्य अधिकारी ने मीडिया से बातचीत करते हुये कहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका ईरान में हुए धमाकों से अवगत है. तेहरान में सुरक्षा सूत्रों ने IRIB को बताया है कि वे धमाकों की जांच कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक जॉर्डन, इराक और सीरिया के ऊपर अमेरिकी और इजरायली लड़ाकू विमानों को उड़ते हुए देखा गया है.
ईरान के नागरिकों ने हमले के कुछ फोटो सोशल मिडिया पर शेयर किये हैं. पश्चिमी तेहरान और पास के शहर करज में विस्फोटों के बाद लोगों में हड़कंप मच गया. हालांकि, ईरानी मीडिया का दावा है कि इजरायली हमलों से ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है. हालांकि, बता दें कि ईरान, ईराक और इजरायल का एयर स्पेस फिलहाल बंद कर दिया गया है.