इजरायल और हमास की जंग बीते तीन हफ्ते से जारी है. इस दौरान दोनों ओर से तबाही हुई है. मृतकों का आंकड़ा 9000 को पार कर गया है. इस बीच हमास ने इजरायली बंधकों की रिहाई को लेकर एक शर्त रख दी है.
हमास ने कहा है कि वह सभी बंधकों को रिहा करने को तैयार है, बशर्ते इजरायल की जेलों में बंद सभी फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाए. हमास की मिलिट्री विंग अल-कासम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू उबैदा ने कहा कि सभी बंधकों की रिहाई के बदले में इजरायल को उनकी जेलों में बंद सभी फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करना होगा.
बता दें कि हमास ने सात अक्टूबर को इजरायल पर हमले के बाद से इन लोगों को बंधक बनाकर रखा है. सात अक्टूबर को जब हमास ने हमला किया था तो उसके लड़ाके इजरायली सीमा में भी दाखिल हो गए थे. हमास ने लगभग 250 लोगों को बंधक बना लिया था. इन बंधकों को हमास के लड़ाके गाजा ले गए थे. माना जा रहा है कि बंधकों को हमास की बनाई सुरंगों में रखा गया है.
नेतन्याहू ने की परिवारों से मुलाकात
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को दूसरी बार बंधकों के परिवारों से मुलाकात की. इस दौरान उनकी पत्नी सारा भी साथ मौजूद थीं. परिवारों से मुलाकात के दौरान नेतन्याहू ने कहा कि वो बंधकों को छुड़ाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि इस जंग का मकसद बंधकों की रिहाई भी है.
ईरान ने भी रखी थी हमास की शर्त
हाल ही में ईरान ने इजरायल के सामने बंधकों की रिहाई के लिए हमास की शर्त रखी थी. ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन ने कहा था, हमारी बातचीत के अनुसार हमास नागरिकों को रिहा करने के लिए तैयार है. लेकिन दुनिया को इजरायली जेलों में बंद 6000 फिलिस्तीनियों को रिहाई का समर्थन करना चाहिए.
7 अक्टूबर से जारी है जंग
सात अक्टूबर को हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल पर 5 हजार से ज्यादा रॉकेट दागकर हमला कर दिया था. इसके तुरंत बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया था. इन दो हफ्तों की जंग में गाजा पट्टी पूरी तरह से तबाह हो गई है.
हमास के हमलों में अब तक इजरायल के 1,400 से अधिक नागरिक मारे गए हैं. हमास के लड़ाकों ने 200 से ज्यादा नागरिकों को बंधक बनाकर रखा है. हमास का दावा है कि इजरायली बमबारी में 50 से ज्यादा बंधकों की मौत हो गई है. इस जंग में मरने वालों का आंकड़ा 9000 को पार कर गया है.
aajtak.in