खत्म होगी जंग और रिहा होंगे बंधक, इजरायली सिक्योरिटी कैबिनेट ने हमास के साथ सीजफायर को दी मंजूरी

इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम के लिए एक अहम करार को इजरायली सिक्योरिटी कैबिनेट ने मंजूरी दी. इस समझौते का उद्देश्य बंधकों की रिहाई और संघर्ष विराम है, जो रविवार से प्रभावी होगा. इसके तहत बंदियों की अदला-बदली की प्रक्रिया 42 दिनों तक चलेगी.

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इजरायल के सिक्योरिटी कैबिनेट की मीटिंग की तस्वीर इजरायल के सिक्योरिटी कैबिनेट की मीटिंग की तस्वीर

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 17 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 10:15 PM IST

इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को विराम देने के लिए हुए करार को सिक्योरिटी कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की अगुवाई में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया कि जंग रोकने के लिए किए गए समझौते सही हैं. इजरायली मीडिया में युद्धविराम के इस समझौते को असल में बंधकों की रिहाई के लिए किया गया डील बताया जा रहा है, जिसपर अभी कैबिनेट की मुहर लगना बाकी है.

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नेतन्याहू कैबिनेट में वित्त मंत्री बेजलेल स्मोट्रिच और राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इटामार बेन ग्विर ने सिक्योरिटी कैबिनेट में इस समझौते के खिलाफ मतदान किया. इस मीटिंग से पहले प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने उस टीम के साथ भी बैठक की थी, जो दोहा से एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करके लौटी थी. एग्रीमेंट पर अब पूर्ण कैबिनेट की वोटिंग होगी और फिर पता चलेगा कि इसे पास किया जाएगा या नहीं.

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रविवार से प्रभावी होगा युद्धविराम समझौता

पूर्ण कैबिनेट की बैठक का समय शुक्रवार को 3:30 बजे निर्धारित किया गया था, लेकिन कई मंत्रियों समेत हारेदी (अल्ट्रा-ऑर्थोडॉक्स कम्युनिटी के सदस्यों) की राय थी कि एग्रीमेंट पर शनिवार तक वोटिंग हो, और ये कहा कि शब्बत विचारों को इस लाइफ-सेविंग मामले को स्थगित करने इजाजत नहीं दी जानी चाहिए.

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ज ग पर विराम लगाने के लिए किया गया समझौता रविवार को 12.15 बजे से प्रभावी होगा. पहले दिन तीन महिला बंधकों की रिहाई  दोपहर 4 बजे तक होने की उम्मीद है. इससे पहले इजरायल को शनिवार शाम तक हमास से पहले रिहा होने वालों की पहचान मिल जाएगी.

हमले की चपेट में आने से मारे गए थे कई बंदी

गुरुवार की शाम को इजरायली मीडिया में खबर आई थी कि सिर्फ शनिवार शाम को पूरी कैबिनेट बैठक करने से समझौते को लागू करने में रविवार से सोमवार तक की देरी हो सकती है. हालांकि, नेतन्याहू की ऑफिस ने बाद में कहा कि समझौता योजना के मुताबिक रविवार को ही प्रभावी होगा.

मसलन, हमास के लड़ाकों ने 2023 में 7 अक्टूबर को जंग के ऐलान के साथ ही कमोबेश 300 लोगों को बंदी बना लिया था, जिसमें दर्जनों लोग इजरायली हमले की चपेट में आने से मारे गए. इनके अलावा इजरायली दावे के मुताबिक, कई बंधकों की हमास ने हत्या कर दी.

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42 दिनों तक चलेगा रिहाई का सिलसिला

बताया जा रहा है कि हमास की बंधक में अभी 33 बंदी हैं, लेकिन स्पष्ट नहीं है कि उनमें कितने जीवित हैं. हमास को उन सभी बंदियों को रिहा करना है, और उन लोगों के शव वापस करने हैं जो मारे गए हैं. इन बंदियों की रिहाई और इजरायली जेल से फिलिस्तीनियों की आजादी में 42 दिनों का वक्त लगेगा. कहा जा रहा है कि इजरायली जेल से रिहा होने वाले फिलिस्तीनियों की डिटेल इजरायल 24 घंटे पहले जारी कर देगा. इसी तरह हमास की तरफ से इजरायली बंधकों की लिस्ट जारी की जाएगी.

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