
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान के अंदरूनी हालात पर एक बड़ा बयान सामने आया है. यह बयान किसी राजनेता या सुरक्षा विश्लेषक का नहीं, बल्कि पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी का है, जिन्होंने साफ कहा कि पाकिस्तानी सेना पहले से ही युद्ध जैसी परिस्थितियों में लड़ रही है, और वो कई मोर्चे पर फंसी हुई है.
अफरीदी ने बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में जारी अस्थिरता का ज़िक्र करते हुए कहा कि हालात बेहद गंभीर हैं. बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी , बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान जैसे आतंकी संगठनों के लगातार हमलों से सेना को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
पाकिस्तानी सेना की जमीनी हकीकत
शाहिद अफरीदी के इस बयान से यह साफ होता है पाकिस्तान के अंदरूनी हालात क्या हैं. आंतरिक विद्रोह, अलगाववादी आंदोलन और आतंकी हमलों से जूझ रही पाकिस्तानी सेना. इन हालात में बाहरी मोर्चे (जैसे भारत से जंग) पर लड़ने की स्थिति में नहीं दिखती.
बलूच और तालिबान समूहों का आतंक
हाल ही में पाकिस्तान में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) का कहर देखने को मिला, जब उन्होंने जाफर एक्सप्रेस नाम की एक ट्रेन को हाईजैक कर लिया. इस दौरान BLA और पाकिस्तानी सैनिकों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में पाकिस्तान के दर्जनों जवानों को अपनी जान गंवानी पड़ी.
पाकिस्तानी मीडिया की कई रिपोर्ट कहती है कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA), बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (BLF) और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) जैसे आतंकी संगठन पाकिस्तान सेना पर लगातार हमले कर रहे हैं. सेना को हर महीने अपने जवानों की जान गंवानी पड़ रही है. सुरक्षा बलों पर घात लगाकर किए जा रहे हमले पाकिस्तान में आम बात हो चुकी है.
खैबर पख्तूनख्वा में भी अशांति
TTP एक आतंकवादी संगठन है जो पाकिस्तान सरकार और सेना के खिलाफ युद्ध छेड़े हुए है.यह संगठन खैबर पख्तूनख्वा के कबायली इलाकों में सक्रिय है और अक्सर सुरक्षाबलों पर हमले करता है.खैबर पख्तूनख्वा की सीमा अफगानिस्तान से लगती है. अफगान तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद TTP को समर्थन मिलने से पाकिस्तानी आर्मी के लिए ये और खतरनाक हो गया है.
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