पाकिस्तान में अघोषित मार्शल लॉ! इमरान खान और बुशरा बीबी के देश छोड़कर जाने पर रोक

पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान के साथ उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के 80 सदस्यों को नो फ्लाई लिस्ट में शामिल किया गया है. इसके साथ ही इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी के भी देश छोड़कर बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है. 

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इमरान खान पत्नी बुशरा बीबी के साथ इमरान खान पत्नी बुशरा बीबी के साथ

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 मई 2023,
  • अपडेटेड 6:20 PM IST

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) पर शिकंजा कसता चला जा रहा है. उनके देश छोड़कर बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है. इमरान के साथ उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के 80 सदस्यों को नो फ्लाई लिस्ट में शामिल किया गया है. इमरान की पत्नी बुशरा बीबी के भी देश छोड़कर बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है. 

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पाकिस्तान में अघोषित मार्शल लॉ

इस बीच इमरान खान ने कई प्रांतों में आर्टिकल 245 लगाए जाने के सरकार के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करते हुए इसे अघोषित मार्शल लॉ बताया है. 

बता दें कि पाकिस्तान के संविधान के आर्टिकल 245 के तहत देश की रक्षा करने के लिए सेना को तैनात कर दिया जाता है. सरकार के पंजाब, खैबर पख्तूनख्वाह, बलूचिस्तान और इस्लामाबाद में आर्टिकल 245 लगाए जाने के सरकार के फैसले के खिलाफ इमरान ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. 

इमरान ने याचिका में कहा है कि सेना एक्ट 1952 के तहत नागरिकों की गिरफ्तारी, जांच और उन पर मुकदमेबाजी असंवैधानिक और अवैध है. 

उन्होंने कहा कि पीटीआई के सदस्यों पर पार्टी छोड़ने का दबाव बनाना संविधान के आर्टिकल 17 के तहत असंवैधानिक है. इसके साथ ही उन्होंने देश में नौ मई को हुई हिंसा की जांच करने के लिए आयोग गठित करने की भी मांग की है.

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रिपोर्ट के मुताबिक, याचिका में इमरान खान ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, पीएमएन-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम नवाज, पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी, जेयूआई-एफ प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान और अन्य पर आरोप लगाए हैं.

नौ मई की हिंसा पर भड़के शहबाज शरीफ

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का कहना है कि नौ मी के हमलावरों पाकिस्तान की पहचान पर हमला किया है और दुश्मनों को जश्न मनाने का मौका दिया है. उन्होंने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि मैं नौ मई की घटना को सिर्फ हिंसक होते प्रदर्शन के तौर पर नहीं देखता. जिन लोगों ने इन हमलों की रूपरेखा तैयार की थी, वे असल गुनहगार हैं.

शरीफ ने कहा कि हमें ऐसे लोगों की पहचान करनी होगी जो पाकिस्तान को बर्बाद करना चाहते हैं. 

इमरान के अपने छोड़ रहे साथ

पाकिस्तान में नौ मई को हुई हिंसा के बाद इमरान की पार्टी पीटीआई के लगभग दो दर्जन नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने वाले नेताओं में डॉक्टर शिरीन मजारी, फैयाजुल हसन चौहान, मलिक अमीन असलम, महमूद मौलवी, आमिर कयानी, जय प्रकाश, आफताब सिद्दीकी और संजय गंगवानी ने नाम शामिल हैं. इसके अलावा पिछले कुछ दिनों में सरदार तनवीर इलियास, बिलाल गफ्फार, करीम गबोल, मलिक जवाद , बलूचिस्तान के खनिज मंत्री मुबीन खिलजी, मेजर ताहिर सादिक और बेटी इमान ताहिर, मलिक अमीन असलम, सैयद जुल्फिकार अली शाह भी इस्तीफा दे चुके हैं. 

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बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान को अल कादिर ट्रस्ट मामले में नौ मई को गिरफ्तार किया गया था. उन्हें नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) और पाक रेंजर्स ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया, जिसके बाद से देशभर में जमकर बवाल हुआ था.

पाकिस्तान के कई बड़े शहरों में बड़ी तादाद में इमरान खान के समर्थक सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया था. इस दौरान पीएम शहबाज शरीफ के आवास पर भी पेट्रोल बम फेंके गए थे. साथ ही कमांडर हाउस को निशाना बनाया गया था. पुलिस ने कमांडर के घर पर हमले में शामिल 14 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जो जमान पार्क से भागने की कोशिश कर रहे थे.

इमरान खान 2018 में सेना के समर्थन से प्रधानमंत्री बने थे. हालांकि, सैन्य मामलों में हस्तक्षेप के बाद इमरान और सेना के बीच रिश्ते खराब होते चले गए. इसके बाद इमरान को पार्टी में हुई बगावत के बाद इस्तीफा देना पड़ा था और शहबाज शरीफ के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनी थी. इसके बाद से इमरान खान देशभर में समर्थकों को इकट्ठा करते हुए, आम चुनावों के लिए प्रचार कर रहे हैं. 

 

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