हूती विद्रोहियों ने डच के कार्गो शिप पर किया हमला, मिनर्वाग्राख्त में लगी आग, रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू

सोमवार को हूती विद्रोहियों ने अदन की खाड़ी में डच के कार्गो जहाज 'मिनर्वाग्राख्त' (Minervagracht) पर हमला किया है. इस हमले में दो नाविक के घायल होने की जानकारी सामने आ रही है. एस्पाइड्स ने बताया कि जहाज पर हमले की सूचना मिलने के बाद 19 सदस्यीय क्रू को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है.

Advertisement
डच के कार्गो जहाज पर हूती विद्रोहियों का हमला. (photo: AP) डच के कार्गो जहाज पर हूती विद्रोहियों का हमला. (photo: AP)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 30 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 6:36 AM IST

डच के मालवाहक जहाज 'मिनर्वाग्राख्त' पर सोमवार को अदन की खाड़ी में एक विस्फोटक उपकरण से हमला किया गया, जिससे जहाज में भीषण आग लग गई और शिप अदन की खाड़ी में बह गया. इस हमले में दो नाविक के घायल होने की भी जानकारी सामने आई है. जहाज के ऑपरेटर और यूरोपीय संघ के समुद्री मिशन एस्पाइड्स ने बताया कि हमले के बाद 19 सदस्यीय क्रू को बचाने के लिए एक रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है. ये हमला अदन बंदरगाह, यमन से 128 समुद्री मील दक्षिण-पूर्व में हुआ.

Advertisement

जहाज के एम्स्टर्डम-स्थित ऑपरेटर स्प्लीथोफ़्ट (Spliethoff) ने बताया कि जब 'मिनर्वाग्राख्त' पर हमला हुआ तब वह अदन की खाड़ी में इंटरनेशनल जलक्षेत्र में था. हमले में जहाज को काफी नुकसान हुआ और उसमें आग लग गई. उन्होंने बताया कि इस हमले में दो नाविक घायल हो गए. वर्तमान में चालक दल के 19 सदस्यों को हेलीकॉप्टर द्वारा निकटवर्ती जहाजों तक पहुंचाया जा रहा है.

हमले के वक्त नहीं मांगी सुरक्षा

यूरोपीय संघ के समुद्री मिशन एस्पाइड्स (Aspides) ने भी पुष्टि की कि हमले के परिणामस्वरूप जहाज में आग लग गई है और वह बह रहा है. उन्होंने आगे कहा कि जब यमन के अदन बंदरगाह से 128 समुद्री मील दक्षिण-पूर्व में जहाज पर हमला हुआ, तब उसने सुरक्षा की मांग नहीं की थी.

ब्रिटिश रॉयल नेवी एजेंसी यूकेएमटीओ (UKMTO) ने भी बताया कि सैन्य अधिकारियों ने सूचना दी कि एक अज्ञात प्रक्षेप्य (projectile) से एक जहाज को निशाना बनाया गया है और उसमें आग लगने की सूचना है.

Advertisement

देशों के नागरिक हैं क्रू

एस्पाइड्स ने जानकारी दी कि जहाज का क्रू रूस, यूक्रेन, फिलीपींस और श्रीलंका के नागरिक हैं. हमले के बाद ब्रिटिश समुद्री सुरक्षा फर्म एंब्रे (Ambrey) ने भी अनाम जहाज के पास धुएं की रिपोर्ट मिलने की पुष्टि की. यूकेएमटीओ ने कहा कि जहाज के मास्टर ने दूर से पानी में कुछ गिरने का गवाह बनने की सूचना दी.

हूती द्वारा हमले की आशंका

प्राप्त जानकारी के अनुसार, अभी ये स्पष्ट नहीं हो सका कि हमला यमन के ईरान-गठबंधन वाले हूती विद्रोहियों द्वारा किया गया था या नहीं. हूती समूह 2023 से लाल सागर में उन जहाजों पर कई हमले कर चुका है, जिन्हें वे गाजा में इजराइल के युद्ध के मद्देनजर फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता में इजराइल से जुड़ा हुआ मानते हैं.

अगर इस हमले की पुष्टि हो जाती है कि ये हमला हूती विद्रोहियों द्वारा किया गया है तो एक सितंबर के बाद किसी कार्गो शिप पर ये उनका पहला हमला होगा. एक सितंबर को उन्होंने सऊदी अरब के लाल सागर बंदरगाह शहर यान्बू के पास इजराइली स्वामित्व वाले टैंकर स्कारलेट रे (Scarlet Ray) को निशाना बनाया था. एम्ब्रे के अनुसार, इससे पहले 23 सितम्बर को जिबूती जाते वक्त जहाज को निशाना बनाया गया था.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement