पाकिस्तान में 8 साल की हिंदू बच्ची के साथ गैंगरेप, दरिंदों ने दोनों आंखों में छुरा भी घोंपा

पड़ोसी देश पाकिस्तान में सिख और हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है. इसका ताजा मामला सामने आया है. सिंध प्रांत में 8 साल की हिंदू बच्ची के साथ गैंगरेप हुआ है. दरिंदों ने उसकी दोनों आंखों में छुरा भी घोंप दिया. बच्ची के बचने की उम्मीद बेहद कम है.

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पाकिस्तान में 8 साल की बच्ची से गैंगरेप (सांकेतिक फोटो) पाकिस्तान में 8 साल की बच्ची से गैंगरेप (सांकेतिक फोटो)

कमलजीत संधू

  • सिंध,
  • 31 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 7:55 PM IST

पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों (हिंदू, सिख) पर होने वाले अत्याचार का एक और दर्दनाक मामला सामने आया है. वहां 8 साल की हिंदू बच्ची के साथ गैंगरेप हुआ है. इसके अलावा उसकी दोनों आंखों में छुरा घोंपा गया है, जिसकी वजह से उसकी दोनों आंखों से लगातार खून बह रहा था. डॉक्टर्स के मुताबिक, उसके बचने की उम्मीद बहुत ही कम है.

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यह मामला पाकिस्तान के सिंध प्रांत का है. परिवार को उनकी 8 साल की बेटी 28 अगस्त को बेहद गंभीर स्थिति में मिली थी. फिलहाल उसको उमरकोट के सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. यहां डॉक्टर्स ने इस बात की पुष्टि की है कि बच्ची के साथ गैंगरेप हुआ है. इसके अलावा उसकी दोनों आंखों पर चाकू से वार किया गया है.

जब बच्ची को हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था, तब भी उसकी दोनों आंखों से खून बह रहा था. डॉक्टर्स का मानना है कि बच्ची का बचना मुश्किल है.

लगातार सामने आ रहे अत्याचार के मामले

सिंध प्रांत में रहने वाले हिंदुओं पर अत्याचार जैसे रेप, मर्डर और किडनैपिंग की खबरें पहले भी आती रही हैं. अभी पिछले हफ्ते की बात है. एक हिंदू सफाईकर्मचारी को कथित ईशनिंदा के मामले में गिरफ्तार किया गया था. इससे पहले इस्लामी चरमपंथियों ने उसपर हमला किया था, जहां से वह किसी तरह बचकर भाग गया था.

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गिरफ्तार शख्स का नाम अशोक कुमार बताया गया था. Tehreek-e-Labbaik Pakistan (TLP) ने उसके खिलाफ पाकिस्तान में प्रदर्शन किया था. अशोक पर आरोप था कि उसने हैदराबाद (पाकिस्तान की जगह) में ईशनिंदा की है. TLP के प्रदर्शनकारियों ने सिंध में रविवार को उस बिल्डिंग को भी घेर लिया था जहां कुछ हिंदू परिवार रहते हैं. पुलिस ने किसी तरह वहां से भीड़ को हटाया था.

वहीं कुछ महीने पहले 18 साल की सिंधी हिंदू लड़की को बीच सड़क पर गोली मार दी गई थी. इससे पहले सिंध में ही हिंदू लड़के की लाश पेड़ से लटकी मिली थी. इससे पहले उसको बुरी तरह पीटा गया था और उसका गला भी काट दिया गया था.

आंकड़ों की मानें को सिंध में 1947 यानी बंटवारे के वक्त 13 फीसदी हिंदू थे. लेकिन ऐसे अत्याचारों की वजह से वहां से पलायन तेज हुआ है. अब वहां 1.5 फीसदी के करीब हिंदू बताए जाते हैं.

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