DOGE के पूर्व चीफ और स्पेसएक्स-टेस्ला के प्रमुख एलॉन मस्क पर हाल ही में एक रिपोर्ट में गंभीर आरोप लगाए गए हैं. न्यू यॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि मस्क, जो डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन में “डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी” (DOGE) के प्रमुख थे, अपने कार्यकाल के दौरान केटामाइन, एक्स्टसी और साइकेडेलिक मशरूम जैसी दवाओं का नियमित सेवन करते थे. इसपर मीडिया और राजनीतिक गलियारों में नई बहस छिड़ गई, लेकिन मस्क ने आरोपों से इनकार किया.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि मस्क ने कई बार कैबिनेट सदस्यों के साथ अनुचित व्यवहार किया. यहां तक कि एक राजनीतिक रैली में उन्होंने नाजी सल्यूट जैसा इशारा भी किया. हालांकि, मार्च 2024 में एक इंटरव्यू में मस्क ने इस बात से साफ इनकार किया था कि वे केटामाइन का इस्तेमाल करते हैं, और साथ ही कहा, “अगर केटामाइन ज्यादा लिया जाए, तो काम करना मुश्किल हो जाता है, और मेरे पास बहुत काम है.”
लगभग रोजाना ड्रग लेते थे ट्रंप
मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि मस्क का ड्रग सेवन लगभग रोजमर्रा का था, जो उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है. इनके अलावा, रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ कि मस्क की दवा की डिबिया में लगभग 20 गोलियां थीं, जिनमें एडरल जैसी दवाएं भी शामिल थीं. यह उस समय की बात है जब उन्होंने ट्रंप के चुनाव अभियान में 275 मिलियन डॉलर का योगदान दिया था और प्रशासन में एक अहम भूमिका निभाई थी.
मस्क ने कहा, "पुराने झूठों का दोहराया जा रहा है
इस रिपोर्ट को फॉक्स न्यूज से बातचीत में मस्क ने खारिज कर दिया और इसे "पुराने झूठों का दोहराव" बताया. व्हाइट हाउस के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ स्टीफन मिलर ने ड्रग के इस्तेमाल पर सवालों से बचते हुए कहा, “हम जिन ड्रग्स को लेकर चिंतित हैं, वे दक्षिणी सीमा से आ रहे हैं.”
ध्यान देने वाली बात यह है कि स्पेसएक्स में सख्त ड्रग-फ्री नियम होते हुए भी बताया गया है कि मस्क को ड्रग टेस्ट से पहले सूचित कर दिया जाता था, जो इस नियम की प्रभावशीलता पर सवाल उठाता है. यह मामला न केवल मस्क की व्यक्तिगत छवि पर प्रभाव डाल सकता है, बल्कि तकनीकी और राजनीतिक जगत में भी इसके दूरगामी प्रभाव देखने को मिल सकते हैं.
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