Civilians fleeing Gaza: इजरायल और हमास की जंग लगातार तेज होती जा रही है. इस बीच इजरायल की सेना ने गाजा पट्टी में रहने वाले लोगों को उत्तरी गाजा खाली करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया है. इसके बाद गाजा में अफरा तफरी का माहौल है. गाजा के लोग दक्षिणी गाजा की ओर जा रहे हैं.
गाजा पट्टी से ऐसी कई तस्वीरें सामने आ रही हैं जिनमें देखा जा सकता है कि इजरायल की चेतावनी के बाद यहां के स्थानीय लोग गाजा से रवाना हो रहे हैं. वाहनों में लदा सामान गवाही दे रहा है कि लोग अपना आशियाना छोड़कर सुरक्षित स्थान की तलाश में निकल पड़े हैं.
एक तस्वीर में देखा जा सकता है कि छोटे से वाहन में लोग लदे पड़े हैं. एक शख्स इस वाहन के पीछे लटका हुआ है. इजरायल के अल्टीमेटम के बाद लोगों में गाजा छोड़ने की होड़ सी लगी है. सड़कों पर वाहनों का इंतजार करते लोग और वाहनों में अपना सामान लादने की आपाथापी उनकी व्यथा बयां कर रही है.
इजरायल की चेतावनी के बाद गाजा की सड़कों पर लोगों का हुजूम उमड़ा पड़ा है. ये लोग वाहनों का इंतजार कर रहे हैं ताकि गाजा से बाहर निकल सके.
उत्तरी गाजा के 11 लाख लोगों को अल्टीमेटम
बता दें कि इजरायल ने उत्तरी गाजा के 11 लाख लोगों को इलाका खाली करने का निर्देश दिया था. इजरायली सेना ने गाजा के लोगों के लिए बयान जारी करने से पहले संयुक्त राष्ट्र से कहा था कि उत्तरी गाजा में रहने वाले 11 लाख लोग दक्षिणी गाजा में चले जाएं.
इजरायली सेना आईडीएफ ने बयान जारी कर गाजा के लोगों से कहा था कि आप 24 घंटों के भीतर उत्तरी इलाका खाली कर दें. आपको अगला बयान जारी होने तक शहर में आने की अनुमति नहीं होगी.
आईडीएफ ने कहा था कि हमास के आतंकी गाजा के घरों में बनी सुरंगों और गाजा के स्थानीय लोगों के घरों में छिपे हुए हैं. गाजा के स्थानीय लोग अपने परिवार की सुरक्षा के लिए शहर के दक्षिणी हिस्से में चले जाएं. दरअसल हमास के आतंकी आपके परिवार को ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं.
गाजा में इजरायल का बड़ा ऑपरेशन
इजरायली सेना आईडीएफ ने कहा था कि वह आगामी दिनों में गाजा में बड़े ऑपरेशन करेगा और आम लोगों को नुकसान से बचाने की पूरी कोशिश करेगा. बता दें कि इजरायली सेना की इस चेतावनी के बाद गाजा में अफरा-तफरी का माहौल है. इसे लेकर संयुक्त राष्ट्र ने भी चिंता जताते हुए कहा है कि लगभग 11 लाख लोग इतने कम समय में शहर कसे खाली करेंगे?
बता दें कि इजरायल और हमास के बीच युद्ध का शुक्रवार को सातवां दिन है. बीते सात अक्टूबर को फिलिस्तीनी आर्म्स ग्रुप हमास ने गाजा पट्टी से रॉकेट हमलों की झड़ी लगा दी थी. ये हमले इजरायल पर किए गए थे. हमास ने हमलों की जिम्मेदारी ली और इसे इजरायल के खिलाफ सैन्य कार्रवाई बताया. हमास ने गाजा पट्टी से करीब 20 मिनट में 5,000 रॉकेट दागे थे. इतना ही नहीं, इजरायल में घुसपैठ की और कुछ सैन्य वाहनों पर कब्जा कर लिया था. इस जंग में दोनों ओर से सैंकड़ों लोगों की मौत हो गई है.
इजरायल की तरफ से गाजा पट्टी पर लगातार बमबाजी की जा रही है. वहीं, फिलिस्तीन में हमास के लड़ाके भी शांत नहीं पड़े हैं. वो इजरायल पर अभी भी तीन मोर्चे से अटैक कर रहे हैं. लेबनान, समंदर से सटे इलाके और इजिप्ट से सटे साउथ गाजा से रॉकेट और मिसाइलें दागी जा रही हैं. गुरुवार को सेंट्रल इजरायल के वेस्ट बैंक की तरफ भी रॉकेट दागे गए हैं.
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इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू कह चुके हैं कि हमास के लड़ाकों ने हमले में हमारे देश के सैनिकों के सिर काट लिए और महिलाओं के साथ रेप किया है. हमने कसम आई है कि आतंकवादी समूह को कुचलकर नष्ट करेंगे. नेतन्याहू ने कहा, हमास के प्रत्येक आतंकी अब हमारे लिए मुर्दा हैं.
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हमास के इस हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने दो टूक कह दिया था कि हम युद्ध में उतर गए हैं. ये कोई ऑपरेशन नहीं है. हमास ने इजरायल और उसके नागरिकों के खिलाफ जानलेवा हमला किया है. मैंने सबसे पहले घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों की बस्तियों को साफ करने का आदेश दिया. इसके अलावा बड़े पैमाने पर हथियार जुटाने के लिए कहा गया. उन्होंने कहा था कि दुश्मन को ऐसी कीमत चुकानी पड़ेगी, जिसके बारे में उसने कभी नहीं सोचा होगा.
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