मध्य चीन के हेनान प्रांत में एक कपड़ा फैक्ट्री में भीषण आग लगने से 38 लोगों की मौत हो गई. यह आग सोमवार को हेनान के वेनफेंग जिले में लगी. आग को बुझाने में दमकलकर्मियों को चार घंटे से अधिक समय लगा. इस घटना में 38 लोगों की मौत हो गई जबकि दो गंभीर रूप से झुलस गए. घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
स्थानीय प्रशासन ने इस घटना के लिए कंपनी को ही जिम्मेदार ठहराया है, जो नियमों को ताक पर रखकर यहां मुख्य रूप से कपड़ों की मैन्युफैक्चरिंग कर रही थी.
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, इस घटना में 38 लोगों की मौत हो गई और दो झुलस गए. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारियों का कहना है कि दमकलकर्मियों ने सोमवार रात लगभग 11 बजे आग पर काबू पाया.
म्यूनिसिपल इमरजेंसी मैनेजमेंट विभाग का कहना है कि शुरुआती जांच से पता चला है कि वेल्डिंग ऑपरेशंस में स्पार्क से यह आग लगी, जिससे कॉटन फैब्रिक की इस पूरी फैक्ट्री में आग लग गई.
कुछ संदिग्ध पुलिस की गिरफ्त में
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस आग में झुलसे घायलों के इलाज के हरसंभव प्रयास करने का आह्वान किया है. इसके साथ ही इस घटना के जिम्मेदार लोगों को कटघरे में खड़ा करने की बात कही है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आग की सूचना मिलने के बाद स्थानीय दमकल विभाग ने 63 वाहनों और 240 दमकलकर्मियों को बचाव अभियान के लिए भेजा. पुलिस ने कुछ संदिग्धों को भी हिरासत में लिया है.
जानकारों का कहना है कि चीन में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और भ्रष्टाचार की वजह से सुरक्षा संबंधी उपायों में कोताही बरते जाने से औद्योगिक इकाइयों में आग लगने की घटनाएं बढ़ गई हैं.
बता दें कि अगस्त 2015 में चीन के तियानजिन पोर्ट के वेयरहाउस में हुए विस्फोट में 170 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और 700 घायल हो गए थे. इस पोर्ट में भारी मात्रा में विषाक्त रसायन रखा हुआ था, जिसमें लगभग 700 टन सोडियम साइनाइड भी था.
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