Canada election result: कनाडा चुनाव में जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी को जीत, बहुमत से दूर

Canada election result updates: कनाडा में जस्टिन ट्रुडो ने समय से पहले चुनाव कराए, इसे लेकर उन पर सवाल भी उठे. लेकिन अब चुनाव के नतीजे आ रहे हैं तो ट्रूडो पर लोगों का भरोसा भी दिखाई दे रहा है. हालांकि, ट्रूडो की लिबरल पार्टी को जीत तो मिली है लेकिन उनकी पार्टी बहुमत से दूर नजर आ रही है.

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जस्टिन ट्रूडो. (फाइल फोटो) जस्टिन ट्रूडो. (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 21 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 3:03 PM IST
  • समय से पहले कनाडा में हुए चुनाव
  • ट्रुडो की पार्टी सबसे आगे लेकिन बहुमत नहीं

कनाडा में हुए चुनाव (Canada election result) में जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) की लिबरल पार्टी को जीत मिली है लेकिन उनकी पार्टी बहुमत से दूर है. कनाडा के लोगों ने पीएम जस्टिन ट्रूडो पर एक बार फिर भरोसा जताया है. हालांकि, वो बहुमत से दूर रह गए हैं.

कनाडा में समयसीमा से दो साल पहले हुए आम चुनावों के नतीजे आना शुरू हो गए हैं. इसमें लिबरल पार्टी 148 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं, कंजरवेटिव पार्टी 103 सीटों पर आगे है. जबकि Bloc Quebecois 28 और लेफ्टिस्ट न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी 22 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है.

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जल्दी चुनाव को लेकर उठे सवाल

समय से पहले चुनाव कराकर अपनी लोकप्रियता भुनाने की ट्रूडो की कोशिश हालांकि पूरी तरह सफल नहीं हो पाई है. उनकी पार्टी बहुमत हासिल करने में पिछड़ी नजर आई. विपक्ष लगातार ट्रूडो पर आरोप लगा रहा था कि वह अपनी निजी हसरतों के चलते कनाडा में समयसीमा से दो साल पहले ही चुनाव करा रहे हैं.

ट्रूडो ने दावा किया था कि कनाडा के लोग महामारी के दौरान कंजरवेटिव सरकार नहीं चाहते हैं. कनाडा अब दुनिया के सबसे ज्यादा टीकाकरण वाले देशों में से एक है.

ट्रूडो ने दावा किया था कि उनकी सरकार ने लॉकडाउन के बीच अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए सैकड़ों अरबों डॉलर खर्च किए और उन्होंने तर्क दिया कि कंजर्वेटिव्स का दृष्टिकोण लॉकडाउन और वैक्सीन के बारे में संदेहपूर्ण रहा है. जो देश हित में नहीं है. उन्होंने कहा था कि कनाडा के लोगों को ऐसी सरकार चाहिए जो विज्ञान पर भरोसा करती हो.

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बता दें कि ट्रूडो ने 2015 में अपने पिता एवं दिवंगत प्रधानमंत्री पियरे ट्रूडो की लोकप्रियता का लाभ उठाते हुए चुनाव जीता था. लेकिन उनसे अत्यधिक अपेक्षाओं, घोटालों और वैश्विक महामारी के बीच चुनाव कराने के पिछले महीने लिए गए फैसले से ट्रूडो की छवि को नुकसान भी पहुंचा.

 

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