कैलिफ़ोर्निया के फ़्रेमोंट में पिछले हफ़्ते एक यौन अपराधी की चाकू मारकर हत्या कर दी गई. इस अपराध के आरोप में मंगलवार को एक भारतीय मूल के शख्स पर हत्या का आरोप लगाया गया. जांच के मुताबिक, यह एक टारगेटेड हमला था.
पुलिस ने फ़्रेमोंट निवासी वरुण सुरेश (29) को अपराध वाली जगह से हिरासत में लिया और उसके पास से एक चाकू बरामद किया. उसे दंड संहिता 187(ए) के तहत डेविड ब्रिमर (71) की हत्या के संदेह में गिरफ्तार किया गया. यह इस साल शहर में पांचवीं हत्या है.
फ़्रेमोंट पुलिस के मुताबिक, 18 सितंबर को दोपहर करीब 12:01 बजे अपर विंटर्स सर्कल में एक हिंसक झड़प की सूचना मिलने पर अधिकारियों को बुलाया गया. उन्होंने ब्रिमर को बेहोश पाया और उसे चाकू के गहरे घाव लगे थे. तत्काल ट्रॉमा केयर के बावजूद, ब्रिमर को घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया गया.
मृतक पर यौन उत्पीड़न का आरोप
अदालती दस्तावेज़ों से पता चला कि सुरेश ने सार्वजनिक रूप से उपलब्ध यौन अपराधियों के मेगन लॉ डेटाबेस का इस्तेमाल ब्रिमर को निशाना बनाने के लिए किया था, जो 1995 में एक बच्चे के यौन उत्पीड़न के आरोप में नौ साल जेल में रहा था. पुलिस ने कहा कि हमले से पहले उसका सुरेश से कोई व्यक्तिगत संबंध नहीं था.
जांच अधिकारियों ने आरोप लगाया कि सुरेश ने खुद को एक सर्टिफाइड पब्लिक अकाउंटेंट और ऑडिटर बताया, पीड़ित के घर पहुंचने से पहले आस-पड़ोस में घर-घर जाकर पूछताछ की. ब्रिमर भाग गया, लेकिन सुरेश ने दो ब्लॉक तक उसका पीछा करते हुए एक पड़ोसी के गैराज और रसोई में पहुंचा, जहां उसने कथित तौर पर ब्रिमर की गर्दन पर चाकू से वार किया और उसे "पश्चाताप" करने के लिए कहा.
पुलिस के मुताबिक, सुरेश ने यह भी कहा कि उसने भागने की कभी योजना नहीं बनाई थी, और दावा किया कि अगर पुलिस पहले ही नहीं पहुंच जाती, तो वह खुद पुलिस को बुला लेता.
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अल्मेडा काउंटी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी कार्यालय ने सुरेश पर हत्या का आरोप लगाया है, साथ ही आवासीय चोरी और घातक हथियार से लैस होकर गंभीर शारीरिक चोट पहुंचाने के आरोप में भी अतिरिक्त आरोप लगाए हैं. अधिकारियों ने इस वारदात को एक अलग घटना बताया और कहा कि इससे जनता को कोई खतरा नहीं है. अभियोजक मामले की समीक्षा कर रहे हैं और सुरेश हिरासत में है.
सुरेश का आपराधिक इतिहास रहा है. साल 2021 में, उसे फ्रेमोंट पुलिस ने चोरी, बम की झूठी धमकी देने और आपराधिक धमकियों के आरोप में गिरफ्तार किया था. अदालती दस्तावेजों से पता चला है कि यह धमकी एक अन्य कथित बाल-प्रेमी को निशाना बनाने की असफल कोशिश का हिस्सा थी. उसके खिलाफ वॉलनट क्रीक पुलिस में भी एक अलग मामला दर्ज है.
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