जानिए क्या हैं ऑपरेशन 'यूनिकॉर्न' और 'लंदन ब्रिज', क्वीन एलिजाबेथ का ऐसे होगा अंतिम संस्कार

ऑपरेशन यूनिकॉर्न के मुताबिक, महारानी का शव कुछ दिन तक स्कॉटलैंड में ही रहेगा. इसके बाद इसे शाही ट्रेन से या विमान से लंदन लाया जाएगा. इसके बाद ऑपरेशन लंदन ब्रिज के तहत बाकी योजनाएं जारी रहेंगी. महारानी की मौत के दिन को 'डी-डे' कहा जाएगा. इसके बाद उनके अंतिम संस्कार तक आने वाले हर दिन को डी + 1,डी + 2 ....के रूप में बताया जाएगा.

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ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन

गीता मोहन

  • लंदन ,
  • 09 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 2:45 PM IST

ब्रिटेन नम आंखों से सबसे ज्यादा शासन करने वाली क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय को विदाई दे रहा है. उनके निधन के बाद  ब्रिटेन में 'ऑपरेशन लंदन ब्रिज' लागू हो गया. यह एक तरह का प्रोटोकॉल है, जिसे बकिंघम पैलेस द्वारा गुरुवार को महारानी के निधन के ऐलान के बाद से लागू किया गया है. यह अगले 10 दिन तक चलेगा, जब तक महारानी का अंतिम संस्कार नहीं होता. एलिजाबेथ द्वितीय का निधन स्कॉटलैंड स्थित बाल्मोरल कैसल में हुआ था, ऐसे में वहां ऑपरेशन यूनिकॉर्न लागू हो गया है. 

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शाही ट्रेन से लंदन लाया जाएगा पार्थिव शरीर

ऑपरेशन यूनिकॉर्न के मुताबिक, महारानी का शव कुछ दिन तक स्कॉटलैंड में ही रहेगा. इसके बाद इसे शाही ट्रेन से या विमान से लंदन लाया जाएगा. इसके बाद ऑपरेशन लंदन ब्रिज के तहत बाकी योजनाएं जारी रहेंगी. ऑपरेशन लंदन ब्रिज के मुताबिक, महारानी की मौत के दिन को 'डी-डे' कहा जाएगा. इसके बाद उनके अंतिम संस्कार तक आने वाले हर दिन को डी + 1,डी + 2 ....के रूप में बताया जाएगा. महारानी एलिजाबेथ की मौत से काफी पहले ही इसे तैयार कर लिया गया था. अमेरिकी मीडिया ने काफी पहले इसे लेकर खुलासा भी किया था.  

इस ऑपरेशन के तहत, ब्रिटेन में प्रधानमंत्री सबसे पहले सरकार की ओर से मौत की खबर को लेकर बयान जारी करेंगे. इसके बाद वे जनता को संबोधित करेंगी. किंग चार्ल्स देश के नाम संबोधन देंगे. रॉयल फैमिली की वेबसाइट का बैकग्राउंड काला कर दिया जाएगा. यह एक तरह से महारानी की मौत की पुष्टि करेगा. वहीं, यूके सरकार की सभी वेबसाइट और सोशल मीडिया पेज पर ब्लैक बैनर दिखेगा.

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ऑपरेशन यूनिकॉर्न भी लागू

ऑपरेशन यूनिकॉर्न के तहत स्कॉटलैंड की संसद को सस्पेंड कर दिया गया है. महारानी के शव को पहले शाही ट्रेन से एडिनबर्ग लाया जाएगा. अगले दिन उनके ताबूत को रॉयल माइल से सेंट जाइल्स कैथेड्रल तक ले जाया जाएगा. यहां शाही परिवार के सदस्य और आम जनता उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेगी. इसके बाद उनके शव को फिर से रॉयल ट्रेन में रखकर बकिंघम पैलेस लंदन लाया जाएगा.  

जानिए कैसा होगा 10 दिन का कार्यक्रम

D-Day+1

- महारानी के निधन के 24 घंटों के भीतर में सेंट जेम्स पैलेस में एक सेरेमोनियल बॉडी (असेशन काउंसिल) के बीच चार्ल्स को आधिकारिक तौर पर राजा घोषित किया जाएगा
 
D-Day+2 

महारानी का पार्थिव शरीर बकिंघम पैलेस लाएगा जाएगा. महारानी का निधन स्कॉटलैंड में हुआ है, ऐसे में उनके पार्थिव शरीर को लंदन भेजने तक ऑपरेशन यूनिकॉर्न लागू रहेगा. उनका शव रॉयल ट्रेन से लंदन लाया जाएगा. हालांकि, यह हालातों पर निर्भर है, इसे प्लेन के जरिए भी लंदन लाया जा सकता है. लंदन में प्रधानमंत्री और कैबिनेट इसे रिसीव करेगा. 

D-Day+3 से D-Day+5 तक 
 
वेस्टमिंस्टर हॉल में शोक प्रस्ताव लाया जाएगा. इसके बाद चार्ल्स नए राजा के रूप में ब्रिटेन में अपने दौरों की शुरुआत करेंगे. जब वे नॉर्थन आयरलैंड पहुंचेंगे, वे यहां बेलफास्ट में सेंट ऐनी कैथेड्रल में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इस बीच, ऑपरेशन लायन से पहले एक रिहर्सल भी होगा, जब महारानी के ताबूत को बकिंघम पैलेस से वेस्टमिंस्टर के महल तक ले जाया जाएगा. इसके बाद वेस्टमिंस्टर हॉल में एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. 

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D-Day+6 से D-Day+9

इसके बाद एलिजाबेथ द्वितीय के पार्थिव शरीर को तीन दिनों तक वेस्टमिंस्टर हॉल में रखा जाएगा. यहां पर आम लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेंगे. दिन में 23 घंटों तक श्रद्धांजलि कार्यक्रम चलेगा. किंग चार्ल्स एक और शोक प्रस्ताव लेने के लिए वेल्स जाएंगे और महारानी के अंतिम संस्कार से पहले कार्डिफ में लियानडाफ कैथेड्रल में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. दसवें दिन यानी डी +10 को महारानी का अंतिम संस्कार किया जाएगा. 

 

 

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