पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के नेता और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने गीदड़भभकी दी है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया है, हम उनके फैसले को स्वीकार करने से इनकार करते हैं. उन्हें समझना चाहिए कि पाकिस्तान एक शांतिपूर्ण देश है और इस्लाम एक शांतिपूर्ण धर्म है.
बिलावल ने कहा कि अगर कोई हमारी सिंधु नदी पर हमला करता है तो यह एक्ट ऑफ वॉर (युद्ध की कार्रवाई) मानी जाएगी. यह सिंधु नदी सिर्फ नदी नहीं है, यह भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए सभ्यता का हिस्सा है.
बिलावल भुट्टो ने कहा कि उनके प्रधानमंत्री (पीएम मोदी) दुनियाभर में जाते हैं और कहते हैं कि वे प्राचीन सभ्यता का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, वास्तव में हम इस प्राचीन सभ्यता का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. हम देख सकते हैं कि यह आतंकवाद सिर्फ एक बहाना है, सिंधु नदी असली लक्ष्य है और हम उन्हें सफल नहीं होने देंगे.
बिलावल ने एक बार फिर गीदड़भभकी देते हुए कहा कि हम अपनी नदी को बचाने के लिए अंत तक लड़ने के लिए तैयार हैं, हम युद्ध नहीं चाहते हैं, लेकिन अगर वे सिंधु पर हमला करते हैं तो वे जानते हैं कि या तो पानी बहेगा या खून बहेगा.
पहले भी दी थी गीदड़भभकी
करीब 7 दिन पहले ही सखर में सिंधु नदी के किनारे एक जनसभा को संबोधित करते हुए बिलावल भुट्टो ने कहा था कि मैं सिंधु दरिया के पास खड़े होकर साफ कहना चाहता हूं कि सिंधु नदी हमारी थी, है और हमारी ही रहेगी. या तो इस नदी से हमारा पानी बहेगा, या फिर उसका खून जो हमारी हिस्सेदारी छीनना चाहता है. बिलावल ने कहा था कि सिर्फ इसलिए कि उनकी (भारत) आबादी ज़्यादा है, वो ये नहीं तय कर सकते कि पानी किसका है. पाकिस्तान की अवाम बहादुर और ग़ैरतमंद है, हम डटकर मुक़ाबला करेंगे, सरहदों पर हमारी फौज हर हमले का जवाब देने को तैयार है.
aajtak.in