इस देश में महिलाएं सड़क पर उतरीं, मांग रहीं राष्ट्रपति का इस्तीफा

बेलारूस में नौ अगस्त को राष्ट्रपति चुनाव के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हुए थे जो लगातार जारी हैं. राष्ट्रपति के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली विपक्ष की नेता स्वेतलाना तिखानोव्सना देश छोड़कर चली गई हैं.

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बेलारूस में छह सप्ताह से जारी है प्रदर्शन (Photo: AP) बेलारूस में छह सप्ताह से जारी है प्रदर्शन (Photo: AP)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 22 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 1:25 AM IST
  • बेलारूस में महिलाओं का प्रदर्शन, 300 से अधिक गिरफ्तार
  • छह सप्ताह से जारी प्रदर्शनों का चेहरा बनी बुजुर्ग महिला
  • लुकाशेंको पिछले 26 साल से अपने पद पर बने हुए हैं

बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन जारी हैं. अब महिलाएं भी सड़क पर उतर चुकी हैं. राजधानी मिंस्क में शनिवार को राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग को लेकर महिलाओं के विरोध प्रदर्शन के दौरान 300 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनमें बीते छह सप्ताह से जारी प्रदर्शनों का चेहरा बनी बुजुर्ग महिला भी शामिल हैं.

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पीटीआई ने एक रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में 2,000 से अधिक महिलाओं ने हिस्सा लिया. बेलारूस में नौ अगस्त को राष्ट्रपति चुनाव के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हुए थे, जो लगातार जारी हैं.

अधिकारियों का कहना है कि लुकाशेंको ने 80 प्रतिशत मत हासिल कर सातवीं बार राष्ट्रपति चुनाव जीते हैं जबकि विरोधियों और कुछ चुनाव कार्यकर्ताओं का कहना है कि नतीजों में गडबड़ी की गई है. मानवाधिकार समूह वियासना ने कहा है कि शनिवार को हुए प्रदर्शन के दौरान 320 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

हिरासत में ली गईं महिलाओं में 73 वर्षीय पूर्व भू-विज्ञानी नीना बहिंस्काया भी शामिल हैं, जो प्रदर्शनों का लोकप्रिय चेहरा बन गई हैं. लुकाशेंको पिछले 26 साल से अपने पद पर बने हुए हैं. प्रदर्शनकारी राष्‍ट्रपति के इस्‍तीफे और फिर से चुनाव कराए जाने की मांग कर रहे हैं.

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बता दें कि बेलारूस में नौ अगस्त को राष्ट्रपति चुनाव के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हुए थे जो लगातार जारी हैं. बिगड़ते माहौल और कार्रवाई के डर से राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली विपक्ष की नेता स्वेतलाना तिखानोव्सना देश छोड़कर लिथुआनिया चली गई हैं. उनको बेलारूस में रहने पर बदले की कार्रवाई का डर सता रहा था.

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