बांग्लादेश में तख्तापलट की सुगबुगाहट, मोहम्मद यूनुस ने बुलाई आपात कैबिनेट बैठक

बांग्लादेश में तख्तापलट के संकेत तेज हो गए हैं, जहां सेना प्रमुख जनरल वकार उस ज़मान ने वर्तमान सरकार को अवैध घोषित किया है. अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने इस्तीफा देने की धमकी दी है. राजनीतिक तनाव के बीच यूनुस ने सलाहकार परिषद की आपात बैठक बुलाई है और प्रमुख राजनीतिक दलों से बातचीत की योजना बनाई है.

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यूनुस की अगुवाई में अंतरिम सरकार की आपात बैठक (फोटो क्रेडिट - AP) यूनुस की अगुवाई में अंतरिम सरकार की आपात बैठक (फोटो क्रेडिट - AP)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 24 मई 2025,
  • अपडेटेड 4:55 PM IST

बांग्लादेश में एक बार फिर से तख्तापलट के संकेत दिखाई दे रहे हैं. सेना के प्रमुख जनरल वकार उस ज़मान ने सरकार को अवैध करार दे दिया है और मोहम्मद यूनुस ने इस्तीफा की धमकी दी है. राजधानी ढाका में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं और यूनुस समर्थक 'मार्च फॉर यूनुस' कार्यक्रम कर रहे हैं.

इस बीच शनिवार को बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने राजनीतिक अस्थिरता और सेना से तनातनी के बीच सलाहकार परिषद की आपात बैठक बुलाई. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ये बैठक तब बुलाई गई है जब यूनुस ने इस्तीफे की इच्छा जाहिर की है. 

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यूनुस की सक्रियता और बैठकों का सिलसिला

मोहम्मद यूनुस का बैठकों का लगातार सिलसिला शनिवार को जारी है. ईसीएनईसी (राष्ट्रीय आर्थिक परिषद की कार्यकारी समिति) की बैठक के बाद यूनुस ने सलाहकारों की बैठक बुलाई. इस बैठक के बाद यूनुस दो राजनीतिक दलों से मुलाकात करेंगे.

शनिवार शाम सात बजे BNP (बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी)  और रात 8 बजे जमात-ए-इस्लामी के नेताओं से मुलाकात तय है. BNP के प्रवक्ता ने ये पुष्टि की है कि देश में मौजूद हालात को लेकर यह बैठक प्रस्तावित है. 

सेना और सरकार, राजनीतिक दलों के बीच बढ़ता टकराव

बांग्लादेश में एक बार फिर से तख्तापलट के संकेत दिखाई दे रहे हैं. मोहम्मद यूनुस और बांग्लादेशी सेना के बीच अब तनाव बढ़ गया है. सेना के प्रमुख जनरल वकार उस ज़मान ने सरकार को अवैध करार दे दिया है तो बौखलाए मोहम्मद यूनुस ने भी इस्तीफा की धमकी दे दी है और इस बीच राजधानी ढाका में एक बार फिर से हिंसक प्रदर्शनी का दौर शुरू हो गया.

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यह भी पढ़ें: बिना चुनाव बांग्लादेश की सत्ता में बने रहना चाहते हैं यूनुस? सेना की दो टूक चेतावनी के बाद कट्टरपंथी समर्थकों की आज 'शाहबाग रणनीति'

अंतरिम सरकार के मुखिया यूनुस से कुछ विपक्षी दल से मुलाकात करेंगे. एक बार फिर से तख्तापलट की आहट पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुखिया यूनुस की सेना से ठन गयी है. बांग्लादेश के लिए आने वाले कुछ दिन है. इन दिनों में या तो सेना यूनुस को हटा सकती है या फिर यूनुस सियासी दलों के साथ मिलकर फौज को बैकफुट पर धकेल सकते हैं.

महज नौ महीने पहले छात्रों के आंदोलन ने बांग्लादेश को भीतर तक हिला दिया था. शेख हसीना की सरकार के खिलाफ हिंसक बगावत हुई थी, जिसके बाद शेख हसीना को भागकर भारत में शरण लेनी पड़ी. 5 अगस्त 2024 को बांग्लादेश में बिना किसी खून-खराबा के तख्ता पलट हो गया. शेख हसीना तब से भारत में है.

शेख हसीना के जाने के बाद मोहम्मद यूनुस बतौर चीफ एडवाइजर बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुखिया है. लेकिन नौ महीने के भीतर ही अब ये जंग फौज बनाम यूनुस हो गई है. फौज हर हाल में दिसंबर तक चुनाव कराने का अल्टीमेट अब दे चुकी है. जब की यूनुस. जनवरी से जून 2026 के बीच चुनाव की बात कह रहे हैं. यानी चुनाव टाल रहे हैं.

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अब आगे क्या होगा ये आज होने वाले दो प्रमुख घटनाक्रमों पर टिका है. यूनुस समर्थक आज ढाका में एक बड़ा कार्यक्रम कर रहे हैं. इसको नाम दिया गया है मार्च फॉर यूनुस. शाहबाद में होने वाली रैली में दो बड़ी मांगें उठाई जाएंगी. पहले यूनुस को 5 साल सत्ता में रहने दो. दूसरी मांग ये की पहले सुधार लागू हो और उसके बाद चुनाव की बात हो.

अनिश्चितता के बीच बीएनपी और जमात इस्लामी के सीनियर नेता यूनुस से मुलाकात करेंगे. बड़ी बात ये है की कट्टरपंथी पार्टियां भी फौज के खिलाफ हैं और यूनुस के समर्थन में हैं.

यह भी पढ़ें: मोहम्मद यूनुस का गेम ओवर? जानें- बांग्लादेश में फिर तख्तापलट की क्यों बढ़ी आशंका

उधर बीएनपी सत्ता से ज्यादा वक्त दूर रहना नहीं चाहती. बीएनपी ने यूनुस को चुनाव कराने का अल्टीमेटम दे दिया है. अब देखना ये होगा कि सेना यूनुस को झुका पाती है या फिर कुछ पार्टियों की मदद से यूनुस सत्ता पर अपनी पकड़ और मजबूत कर ले जाते हैं.

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