ऑस्ट्रेलियाः खालिस्तान समर्थकों का उत्पात, भारत के वाणिज्य दूतावास को जबरन बंद करवाया

ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में खालिस्तानी समर्थकों की भीड़ मंगलवार को भारतीय वाणिज्य दूतावास के गेट पर उमड़ पड़ी. ये लोग किसी को भी दूतावास के भीतर जाने नहीं दे रहे थे. पुलिस पर आरोप है कि वह खालिस्तानी समर्थकों के हंगामे को तमाशबीन होकर देखती रही और उसने किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की.

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सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 15 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 7:55 PM IST

ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्‍बेन में खालिस्तानी समर्थकों ने भारतीय वाणिज्‍य दूतावास को जबरन बंद करवा दिया. यह दूतावास ब्रिस्बेन के स्वान रोड पर हैं. यहां मंगलवार को बड़ी संख्या में खालिस्तानी समर्थक जुटे और दूतावास के एंट्री गेट को ब्लॉक कर दिया. 

क्वींसलैंड पुलिस का कहना है कि खालिस्तानी समर्थकों की भीड़ दूतावास के गेट पर उमड़ पड़ी. ये लोग किसी को भी दूतावास के भीतर जाने नहीं दे रहे थे. पुलिस पर यह भी आरोप है कि वह खालिस्तानी समर्थकों के हंगामे को तमाशबीन होकर देखती रही और उसने किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की.

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क्वींसलैंड के एक स्थानीय निवासी परविंदर सिंह का कहना है कि वह अपने काम से छुट्टी लेकर भारतीय वाणिज्यदूतावास गए थे. उन्हें कुछ जरूरी काम था लेकिन खालिस्तानी समर्थकों के उत्पात की वजह से उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा.

स्थानीय लोगों का फूटा गुस्सा

सिंह ने बताया कि ये लोग (खालिस्तानी समर्थकों) हमें नहीं बताएंगे कि हम ऑस्ट्रेलिया में अपनी जिंदगी किस तरह जीएं. ऑस्‍ट्रेलिया में ऐसे प्रदर्शन, नारेबाजी और काम बाधित करने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए. यहां तो हम गुरुद्वारा जाते हैं तो भी हमें धमकी दी जाती है. ये खालिस्तानी समर्थक हमारे रोजाना के कामों में दखल दे रहे हैं. इनसे पूरी ताकत से निपटने की जरूरत है.

बता दें कि कुछ दिन पहले ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने भी कहा था कि ऑस्ट्रेलिया धार्मिक इमारतों के आसपास हुए किसी भी तरह के उत्पात को बर्दाश्त नहीं करेगा. हमने हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की घटनाओं को गंभीरता से लिया है और इस तरह की गतिविधियों का हमारे समाज में कोई स्थान नहीं है. 

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बता दें कि फरवरी महीने में भी भारतीय महावाणिज्य दूतावास के पास खालिस्तानी झंडा लगा दिया गया था और अब दूताबास के बाहर जमा होकर खालिस्‍तानी समर्थकों ने इसे बंद कराने पर मजबूर कर दिया.

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