नए साल की पूर्व संध्या पर अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में भीषण बिजली संकट पैदा हो गया. इस ब्लैकआउट के कारण 30 हजार से ज्यादा लोग अंधेरे में डूब गए हैं.
अधिकारियों के मुताबिक राजधानी के पास स्थित एक पावर प्लांट में हुए हादसे के चलते पावर सप्लाई में दिक्कत आई. बताया गया है कि छुट्टियों से पहले बिजली की मांग में अचानक आई तेज बढ़ोतरी भी इस घटना की एक बड़ी वजह रही.
2019 के बाद से यह अर्जेंटीना में तीसरी बड़ी बिजली कटौती की घटना है. उस साल बिजली कटौती से करोड़ों लोग प्रभावित हुए थे.
2019 में हुए ब्लैकआउट में अर्जेंटीना के 5 करोड़ लोग प्रभावित हुए थे. यह ब्लैकआउट जून के महीने में हुआ था जिससे पड़ोसी देश उरुग्वे और पराग्वे भी प्रभावित हुए थे. अचानक बिजली गुल होने से सार्वजनिक परिवहन ठप हो गया और अस्पतालों को जनरेटर के सहारे काम करना पड़ा.
अर्जेंटीना के अधिकारियों ने बताया था कि संकट देश की 'इंटरकनेक्शन सिस्टम' में आई खराबी से शुरू हुआ था.
इस बिजली कटौती का असर अर्जेंटीना की लगभग 4.4 करोड़ आबादी पर पड़ा था. देश का सिर्फ एक प्रांत ऐसा था जो मेन ग्रिड से जुड़ा न होने के कारण प्रभावित नहीं हुआ. उरुग्वे की 34 लाख आबादी भी इसकी चपेट में आई क्योंकि दोनों देश एक साझा बिजली ग्रिड से जुड़े हैं.
2009 में भी ब्राजील में इसी तरह की बड़ी बिजली कटौती हुई थी, जिसमें करीब 6 करोड़ लोग प्रभावित हुए थे.
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