अमेरिका में क्रैश हुए शिप पर 50 दिन बाद भी क्यों फंसे हैं भारतीय? फोन भी कर लिया गया जब्त

अमेरिका के बाल्टीमोर में 'द डाली' कार्गो शिप 26 मार्च की सुबह एक ऐतिहासिक ब्रिज से टकरा गया था, जिससे ब्रिज पानी में समा गया था. इसका मलबा शिप पर भी गिरा था, जिससे शिप को वहां से निकालने मुश्किलें आ रही है. इस हादसे को करीब 50 दिन बीत चुके हैं और इसके क्रू सदस्य अब भी उसी शिप पर फंसे हैं.

Advertisement
(Photo: Reuters) (Photo: Reuters)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 14 मई 2024,
  • अपडेटेड 9:10 PM IST

अमेरिका के बाल्टीमोर में दुर्घटनाग्रस्त कार्गो शिप 'द डाली' से भारतीय क्रू सदस्यों को अब तक आजादी नहीं मिली है. 49 दिनों बाद भी वे वहीं फंसे हैं. एक लिहाज से वे 'डाली' शिप पर हिरासत में रखे गए हैं. फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज के साथ टक्कर के बाद शिप वहीं फंस गया था और ब्रिज के मलबे के नीचे दब गया था. भारी दबाव की वजह से उसे वहां से निकालने में मुश्किलें आ रही है.

Advertisement

एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, हादसे के बाद शिप के तमाम 21 क्रू सदस्य उसी शिप पर हैं. हादसे की जांच चल रही है, जिसमें लाखों डॉलर का ऐतिहासिक ब्रिज पानी में समा गया था. जांच टीम ने सभी क्रू सदस्यों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए हैं और उनसे पूछताछ चल रही है. इस हादसे में छह मजदूरों की मौत हो गई थी, जो ब्रिज पर गड्ढों को भरने का काम कर रहे थे. सभी के शव बाद में पानी से निकाले गए थे.

यह भी पढ़ें: बाल्टीमोर में पुल टूटना क्यों है बड़ा हादसा? जानें- इससे क्या असर पड़ सकता है

क्रू सदस्यों पर गिर सकती है गाज

रिपोर्ट की मानें तो कुछ जानकार मानते हैं कि इस दुर्घटना के लिए क्रू सदस्यों को निजी तौर पर जिम्मेदार ठहराया जा सकता है. न्यू यॉर्क स्थित एक चर्च इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर अपनी टीम के साथ क्रू सदस्यों से मिलने के लिए घटनास्थल और उनका पक्ष जानने की कोशिश की थी. मसलन, सबसे बड़ा सवाल यही बना हुआ है कि आखिर क्रू सदस्यों को मामले की जांच से आजादी कब मिलेगी और वे कब तक अपने घर लौट सकेंगे?

Advertisement

गौरतलब है कि, 26 मार्च को अमेरिका के बाल्टीमोर में डाली नाम का एक कार्गो जहाज ऐतिहासिक Key Bridge से टकरा गया था, जिससे हादसा हुआ. डाली कार्गो जहाज का संचालन करने वाली कंपनी के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि क्रू सदस्यों को खाने-पीने की दिक्कत नहीं हो रही है, क्योंकि शिप पर पर्याप्त स्टॉक्स मौजूद हैं. कंपनी ने यह भी बताया है कि कुछ क्रू सदस्य श्रीलंका और पाकिस्तान के भी हैं.

सेटेलाइट के जरिए परिवार से संपर्क में क्रू सदस्य

बताया जा रहा है कि, कार्गो शिप के क्रू सदस्यों के मोबाइल फोन तो ले लिए गए हैं लेकिन उन्हें नया फोन भी दिया गया है. शिप का संचालन करने वाली कंपनी ने बताया कि क्रू सदस्य शिप के सेटेलाइट कम्यूनिकेशन के जरिए अपने परिवार के साथ भी संपर्क में हैं. क्रू सदस्यों के लिए सिंगापुर की दो संस्थाएं सिंगापुर मैरिटाइम ऑफिसर्स यूनियन और सिंगापुर ऑर्गेनाइजेशन ऑफ सीमेन क्रू सदस्यों के लिए काम कर रही हैं.

यह भी पढ़ें: बाल्टीमोर ब्रिज कोलैप्स पर अब आई कॉन्सपिरेसी थ्योरी, क्या 9/11 जैसे किसी अटैक प्लान का हिस्सा थी ये घटना?

क्रू सदस्यों को सता रहा ये डर

संस्थानों ने जांच टीम से क्रू सदस्यों के मोबाइल फोन वापस करने की अपील भी की है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो क्रू सदस्यों को इस बात का डर है कि उन्हें लंबे समय तक शिप पर हिरासत में रखा जा सकता है, जो उनके लिए बड़ी मुसीबत बन सकती है. मसलन, अमेरिका का वीजा मिलना और उनके बच्चों के भविष्य पर भी खतरा आ सकता है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement