20 जगह एयरस्ट्राइक, 21 बेकसूरों ने गंवाई जान... अफगानिस्तान की एक कमजोरी का पाकिस्तान ने उठाया फायदा!

पाकिस्तान और अफगान तालिबान के बीच आठ अक्टूबर को संघर्ष शुरू हुआ था. यह संघर्ष पिछले हफ्ते शुरू हुआ जब पाकिस्तान ने काबुल में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के ठिकानों पर हमला किया. पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग (ISPR) ने कहा था कि सुरक्षा बलों ने बलूचिस्तान बॉर्डर पर अफगान तालिबान के हमले को नाकाम कर दिया.

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अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच 48 घंटे का सीजफायर है. (Photo: PTI) अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच 48 घंटे का सीजफायर है. (Photo: PTI)

शुभम तिवारी

  • नई दिल्ली,
  • 16 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 11:20 PM IST

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच एक हफ्ते की जंग से दोनों मु्ल्कों पर असर पड़ा है. लेकिन सैटेलाइट तस्वीरों से पुष्टि हुई है कि पाकिस्तान की सेनाओं द्वारा अफगानिस्तान में किए गए एयरस्ट्राइक से अफगानी संपत्तियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. 

अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी के भारत दौरे के दौरान पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के कंधार और नांगरहर में पांच एयरस्ट्राइक की और इससे अफगानी संपत्तियों को बहुत नुकसान पहुंचा है. 

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मुत्तकी के भारत पहुंचने के एक दिन बाद नौ अक्तूबर को पाकिस्तानी वायुसेना ने काबुल पर बिना किसी उकसावे के एयरस्ट्राइक शुरू की. इससे गुस्साई तालिबान सरकार ने डूरंड लाइन पर पाकिस्तानी चौकियों को नष्ट करना शुरू किया, जिसमें दर्जनों सैनिकों की मौत हो गई जबकि कई घायल हुए.

अफगानिस्तान के पास कोई हवाई रक्षा या हवाई हमले की क्षमता नहीं है. इसका मतलब है कि संसाधन संपन्न पाकिस्तानी वायुसेना के लिए रास्ता खुला था.

अमेरिकी जियोस्पैटियल फर्म वैंटोर की हाई-रेजोल्यूशन सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि  अफगानिस्तान के स्पिन बोल्डक जिले में टिन के शेड की तीन बड़ी कतारें पूरी तरह से नष्ट हो गई. स्पिन बोल्डक जिला पाकिस्तान के बलूचिस्तान की सीमा से सटा है. पाकिस्तान ने दावा किया कि अस्मत उल्लाह करार कैंप आतंकवादियों का अड्डा था.

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बता दें कि अफगानिस्तान और तालिबान की झड़प के दौरान स्पिन बोल्डक में सबसे भारी झड़प हुई. अफगानिस्तान की तालिबान सरकार का कहना है कि अकेले स्पिन बोल्डक में 21 लोगों की मौत हो गई जबकि 100 से ज्यादा घायल हो गए.

यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) द्वारा कैप्चर की गई मीडियम रेजोल्यूशन तस्वीर से पता चलता है कि पाकिस्तान के हमले में अफगानिस्तान के नांगरहर प्रांत के बरीकोट में तालिबान की इकाई नष्ट हुई. इस तस्वीर को सबसे पहले जियोस्पैटियल एक्सपर्ट डैमियन सायमन ने शेयर किया. 

इंडिया टुडे के ओपन सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) की टीम की ओर से वेरिफाई की गई जानकारी से पता चलता है कि नौ अक्टूबर से लेकर 15 अक्टूबर को युद्धविराम की घोषणा तक 2600 किलोमीटर लंबी सीमा पर लगभग 20 स्थानों पर हमले और झड़पें हुईं.

अफगानिस्तान के खोस्त, नांगरहार, पक्तिका और कंधार प्रांतों के सीमा क्षेत्रों में भयंकर झड़प हुई. पाकिस्तान ने कतर द्वारा युद्धविराम करवाए जाने से पहले काबुल पर कम से कम तीन हवाई हमले किए. दोनों पक्षों को भारी नुकसान हुआ है. 

तालिबान के प्रवक्ता जबिहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि स्पिन बोल्डक में उनके जवाबी हमले के दौरान बड़ी संख्या में पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, उनकी चौकियों पर कब्जा किया गया और उनके हथियार और टैंक जब्त किए गए. स्पिन बोल्डक में सैन्य प्रतिष्ठानों को नष्ट किया गया. अफगानिस्तान का दावा है कि उसने 50 से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया, जबकि पाकिस्तान यह संख्या 23 ही बताता है.

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पाकिस्तानी मीडिया ने स्वास्थ्य प्रशासन के हवाले से बताया कि सीमावर्ती इलाके में 100 से अधिक नागरिक हताहत हुए. कई क्षेत्रों में आपातकाल घोषित किया गया और स्कूल बंद कर दिए गए. वहीं, अफगानिस्तान में नागरिक हताहतों की जानकारी अधूरी है. हालांकि, स्थानीय मीडिया के अनुसार, खोस्त प्रांत में पाकिस्तानी गोलाबारी में एक ड्यूटी पर तैनात पत्रकार मारा गया और एक अन्य घायल हो गया.

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