पाकिस्तानी सैनिकों पर तालिबान के लड़ाकों ने चलाई गोलियां, अफगान-PAK बॉर्डर पर बढ़ा तनाव

अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा पर नुरिस्तान और कुनार प्रांतों में तालिबान और पाकिस्तानी सैनिकों के बीच झड़पें हुईं. पाकिस्तानी सैनिकों ने सीमा पर बाड़ लगाने की कोशिश की, जिसका तालिबान ने विरोध किया. देखते ही देखते यह विवाद हिंसक झड़प में बदल गया.

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विशेषज्ञों ने इस झड़प को पाकिस्तान-अफगानिस्तान के नाजुक रिश्तों के लिए खतरा बताया है. (File Photo: ITG) विशेषज्ञों ने इस झड़प को पाकिस्तान-अफगानिस्तान के नाजुक रिश्तों के लिए खतरा बताया है. (File Photo: ITG)

aajtak.in

  • काबुल,
  • 03 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 11:43 AM IST

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा विवाद एक बार फिर गरमा गया है. अफगान मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, नुरिस्तान प्रांत के कमदेश जिले में पाकिस्तानी सैनिक बॉर्डर पर बाड़ लगाने की कोशिश कर रहे थे. तालिबान लड़ाकों ने इसका विरोध किया. इसे लेकर दोनों के बीच झड़प हो गई.

कुनार प्रांत में गोलीबारी

स्थानीय सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि गुरुवार सुबह करीब 7 बजे अफगानिस्तान के पूर्वी कुनार प्रांत के नरई जिले के डोकलाम इलाके में भी तालिबान और पाकिस्तानी बलों के बीच गोलीबारी हुई. यह झड़प रुक-रुक कर जारी रही. 

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सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तानी सैनिकों ने इलाके में टीटीपी (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) के मौजूद होने का आरोप लगाते हुए फायरिंग शुरू की. अभी तक किसी हताहत या नुकसान की जानकारी नहीं मिली है. तालिबान ने इस घटना पर आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।

अफगान-पाक सीमा पर बढ़ता तनाव

हाल के महीनों में अफगान-पाक सीमा पर तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. पाकिस्तान जहां तालिबान पर टीटीपी को पनाह देने का आरोप लगाता है, वहीं तालिबान पाकिस्तान पर सीमा पार गोलाबारी का आरोप लगाता है. तालिबान टीटीपी की मौजूदगी से इनकार करता है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान में टीटीपी के करीब 6,000 लड़ाके मौजूद हैं.

विशेषज्ञों ने दी चेतावनी

विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की झड़पें दोनों देशों के पहले से ही नाजुक रिश्तों को और बिगाड़ सकती हैं. अफगानिस्तान और पाकिस्तान, दोनों ही इस समय गंभीर सुरक्षा और आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहे हैं.

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पहले भी हो चुकी है भिड़ंत

इससे पहले मई महीने में भी पाकिस्तान और अफगान तालिबान के बीच हिंसक टकराव हुआ था. उस समय अफगानिस्तान के बरमाचा बॉर्डर इलाके में दोनों ओर से भारी गोलीबारी की गई थी. विवाद की जड़ नई चौकियों के निर्माण को लेकर पैदा हुई थी.

पिछले साल दिसंबर में भी इसी तरह की झड़प देखने को मिली थी, जब अफगान तालिबान ने पाकिस्तान के सरहदी इलाकों पर बड़ा हमला बोला था. इस कार्रवाई में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने भी तालिबान का साथ दिया था. रिपोर्ट्स के अनुसार, उस हमले में पाकिस्तान के करीब 19 सैनिक मारे गए थे.

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