पश्चिम बंगाल के जादवपुर विश्वविद्यालय के कैंपस में किशनजी, हिडमा और बसवराजू जैसे प्रमुख माओवादी नेताओं के पोस्टर लगाए जाने की खबर सामने आई है. इस घटना ने विश्वविद्यालय के छात्र समुदाय के बीच चर्चा का विषय बना दिया है. वामपंथी संगठन RSF का संविधान-विरोधी आंदोलन भी इसी बीच चर्चा में आया है, जिस पर विभिन्न छात्र संगठनों ने कड़ा विरोध व्यक्त किया है. छात्रों का यह विरोध इस बात को दर्शाता है कि वे संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध हैं और ऐसे आंदोलनों का समर्थन नहीं करते हैं जो संविधान के खिलाफ हों.