पश्चिम बंगाल के हावड़ा में बुधवार सुबह एक ई-रिक्शा चालक ने कूड़े के ढेर से एक नवजात बच्ची को बचाया. अधिकारियों ने ये जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि ई-रिक्शा चालक चंदन मलिक, बाली के पंचनंतला से गुजर रहा था, तभी उसने निवेदिता सेतु के नीचे स्थित कूड़े के ढेर के पास कुछ असामान्य देखा.
कूड़े में मिली नवजात बच्ची
ध्यान से देखने पर, उसने कूड़े के बीच एक नवजात बच्ची को पड़ा हुआ पाया. बिना समय गंवाए, मलिक ने कुछ अन्य राहगीरों की मदद से बच्ची को पास के एक निजी नर्सिंग होम पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है.
मासूम के शरीर पर लग रहे थे कीड़े
उन्होंने पत्रकारों को बताया- 'ऐसा लग रहा था कि बच्ची कम से कम तीन-चार घंटे से वहां पड़ी थी. उसके शरीर पर कीड़े लग गए थे. हमने उसे अस्पताल ले जाने से पहले एक बार भी नहीं सोचा. जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए.' पुलिस ने कहा कि उन्होंने जांच शुरू कर दी है और इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है ताकि पता लगाया जा सके कि नवजात को वहां किसने छोड़ा था.
बता दें कि ये कोई अपने तरह का पहला मामला नहीं है बल्कि पहले भी ऐसे मामले सामने आते रहे हैं जहां नवजात को बेरहमी से फेंक दिया गया.
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