पुरुलिया में दर्दनाक हादसा, आग में जलकर दो मासूमों की मौत

पुरुलिया जिले के बलरामपुर थाना क्षेत्र के कदामडी गांव में पुआल के ढेर में लगी आग से दो मासूम बच्चों की जलकर मौत हो गई. आग बुझने के बाद दोनों बच्चों के जले हुए शव पुआल के नीचे से बरामद किए गए. पुलिस ने अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

Advertisement
पुआल के ढेर में आग लगने से गई जान (Photo: Screengrab) पुआल के ढेर में आग लगने से गई जान (Photo: Screengrab)

aajtak.in

  • पुरुलिया,
  • 14 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 11:12 AM IST

पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, आग लगने की वजह से दो मासूम बच्चों की मौके पर ही जलकर मौत हो गई. यह हादसा बलरामपुर थाना क्षेत्र के कदामडी गांव में हुआ, जिसके बाद पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई.

जानकारी के मुताबिक, गांव में एक घर के पीछे रखा हुआ पुआल का ढेर अचानक आग की चपेट में आ गया. आग लगते ही पास के एक घर की महिला ने धुआं उठते देखा और शोर मचाकर ग्रामीणों को सूचना दी. आवाज सुनते ही गांव के लोग मौके पर पहुंचे और आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया.

Advertisement

हादसे में दो बच्चों की मौत

ग्रामीणों की काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन जब पुआल के ढेर को हटाया गया तो उसके नीचे दो बच्चों के जले हुए शव मिले. यह दृश्य देखकर मौके पर मौजूद लोग सन्न रह गए. मृतक बच्चों की पहचान सुलैमान हेंब्रम और आकाश बेसरा के रूप में हुई है. दोनों बच्चों की उम्र करीब साढ़े तीन साल बताई जा रही है.

घटना की सूचना मिलते ही बलरामपुर थाना प्रभारी अर्नब गुहा भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है. शुरुआती जा्ंच में पुलिस इसे एक दुर्घटना मानकर चल रही है, हालांकि सभी पहलुओं की जांच की जा रही है.

हादसे की जांच मे ंजुटी पुलिस

पुलिस ने इस मामले में अस्वाभाविक मौत का केस दर्ज किया है. दोनों बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए पुरुलिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजने की तैयारी की जा रही है, ताकि आग लगने के कारणों और मौत की वास्तविक वजह का पता चल सके.

Advertisement

घटना के बाद से कदामडी गांव में मातम पसरा हुआ है. दोनों मासूम बच्चों की मौत से परिजन गहरे सदमे में हैं और पूरे गांव का माहौल गमगीन बना हुआ है. ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि आग लगने के कारणों की गहराई से जांच की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके. 

 

---- समाप्त ----
इनपुट - सत्यजीत बनर्जी

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement