उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार के दो बड़े मामले सामने आए हैं, जिसने सरकारी सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. पहला मामला लखनऊ का है, जहां पेपर मिल चौकी के इंचार्ज धनंजय सिंह को एंटी-करप्शन टीम ने गैंगरेप के आरोपी से नाम हटाने के एवज में ₹2 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया. दूसरा मामला कानपुर की सदर तहसील का है, जहां एक कर्मचारी का फाइल आगे बढ़ाने के लिए घूस लेते हुए वीडियो वायरल हो गया है.