कभी बेहद करीबी रहे, फिर दुश्मनी इस हद तक बढ़ी कि एक ने दूसरे पर करोड़ों की जमीन हड़पने का आरोप लगा दिया और दूसरा उसे कुख्यात अपराधी श्रीप्रकाश शुक्ला का रिश्तेदार बताने लगा. मामला है निलंबित डीएसपी ऋषिकांत शुक्ला और शिकायतकर्ता मनोहर शुक्ला का, जिसने अब अपने पास मौजूद सबूतों के ज़रिए पलटवार किया है.
100 करोड़ की अवैध संपत्तियों के खुलासे के बाद पहले से विवादों में घिरे डीएसपी ऋषिकांत शुक्ला पर अब व्यक्तिगत रिश्तों में फरेब का नया आरोप जुड़ गया है. मनोहर शुक्ला, जो खुद को पीड़ित बताते हैं, ने कई तस्वीरें और कॉल रिकॉर्ड जारी किए हैं, जिनसे रिश्ता, रसूख और रिश्वत की एक पूरी नई कहानी सामने आ रही है.
अगर मैं अपराधी था, तो घर के हर प्रोग्राम में क्यों बुलाते थे ?
मनोहर शुक्ला ने जारी तस्वीरों में खुद को डीएसपी ऋषिकांत शुक्ला और उनके परिवार के साथ दिखाया है. तस्वीरें घर के निजी आयोजनों की हैं जन्मदिन, पारिवारिक समारोह और दोस्तों की पार्टियां हैं. एक तस्वीर में तो मनोहर खुद डीएसपी के बेटे के बगल में खड़े हैं, हाथ में केक पकड़े. मनोहर का दावा है, यह तस्वीर रॉयल क्लिप होटल की है, जहां ऋषिकांत शुक्ला के बेटे का बर्थडे मनाया गया था. उस पूरे आयोजन का डेढ़ लाख रुपए का खर्च मैंने उठाया था. अगर मैं अपराधी था तो वो मुझे अपने घर क्यों बुलाते थे? उनकी पत्नी मुझे बार-बार फोन क्यों करती थीं? उनका कहना है कि जिन लोगों को अब वह अपराधिक प्रवृत्ति का कह रहे हैं, उन्हीं के साथ वो परिवार की तरह उठते-बैठते थे.
बेटे का बर्थडे की फोटो
मनोहर द्वारा जारी तस्वीरों में वो सिर्फ एक या दो नहीं, बल्कि कई कार्यक्रमों में मौजूद दिख रहे हैं. उन्होंने बताया कि डीएसपी के घर हुई पूजा, जन्मदिन और कुछ अन्य पारिवारिक आयोजनों में वे हर बार आमंत्रित रहे. उन्होंने कहा, “मैं उनके परिवार का हिस्सा था. वो मुझसे जमीन खरीदने-बेचने तक की बात करते थे. मैंने तो उनके बच्चों के स्कूल एडमिशन में भी मदद की थी. आज वही मुझे कुख्यात अपराधी बता रहे हैं, ताकि अपनी करतूतें छिपा सकें.
रेंट एग्रीमेंट तक हुआ, अब कहते हैं रिश्ता नहीं था
मनोहर ने एक और बड़ा दावा किया है कि मेरे और डीएसपी के बीच जमीन को लेकर एक रेंट एग्रीमेंट हुआ था. उसके कागज़ मेरे पास हैं. अगर मैं अपराधी था, तो उन्होंने मुझसे कानूनी अनुबंध क्यों किया? उनका कहना है कि पूरा विवाद उस जमीन से शुरू हुआ, जिसकी कीमत अब 60-70 करोड़ तक पहुंच चुकी है. पहले दोस्ती में निवेश कराया, फिर जब कीमत बढ़ी, तो डर और धमकी के बल पर कब्जा कर लिया गया.
एनकाउंटर की धमकी देकर जमीन हड़पने का आरोप
मनोहर शुक्ला का आरोप है कि जब उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे, तो डीएसपी ने उन्हें घर बुलाया और कहा, जो दिया है वही काफी है, ज़्यादा मांगा तो एनकाउंटर करवा दूंगा. मनोहर ने बताया कि वह डर गया और चुप हो गया, लेकिन जब अन्य पीड़ितों की कहानियाँ सुनीं, तो हिम्मत जुटाई और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. इस शिकायत के बाद ही शासन ने डीएसपी ऋषिकांत शुक्ला के खिलाफ विजिलेंस जांच शुरू की, जो अब 100 करोड़ की संपत्ति तक पहुंच गई है.
शुक्ला अकेले नहीं थे-पूरा नेटवर्क था साथ
विजिलेंस जांच में अब तक जो खुलासे हुए हैं, वे इशारा करते हैं कि यह खेल ऋषिकांत शुक्ला अकेले नहीं खेल रहे थे. उनके साथ कई प्रभावशाली चेहरे, कुछ सफेदपोश कारोबारी और स्थानीय स्तर के नेताओं के नाम भी जुड़े हैं.
डीएसपी ने बचाव में कहा
इन गंभीर आरोपों के बाद ऋषिकांत शुक्ला ने सफाई में कहा कि मनोहर शुक्ला अपराधी प्रवृत्ति का व्यक्ति है और कुख्यात अपराधी श्रीप्रकाश शुक्ला का रिश्तेदार है. मनोहर ने पलटवार में कहा कि अगर मैं अपराधी प्रवृत्ति का था, तो आपकी पत्नी मुझे घर बुलाती क्यों थी? क्या आप अपराधियों से दोस्ती रखते हैं?
100 करोड़ की दौलत और टूटे रिश्तों की कहानी
ऋषिकांत शुक्ला फिलहाल निलंबित हैं और विजिलेंस की पूछताछ में हैं. जांच में अब तक 12 संपत्तियों का पता चला है जिनकी कीमत करीब 92 करोड़ रुपए आंकी गई है. इसके अलावा कई बेनामी निवेश और आलीशान फार्महाउस की जानकारी भी सामने आई है. कानपुर के चर्चित वकील से लेकर रियल एस्टेट कारोबारी तक अब जांच के दायरे में हैं. प्रशासन मान रहा है कि इस केस से पूरे नेटवर्क की जड़ें उजागर होंगी.
सिमर चावला