यूपी की राजधानी लखनऊ में चल रहे आजतक के आयोजन 'विकसित उत्तर प्रदेश समिट' के मंच पर मंगलवार को यूपी सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी पहुंचे. स्वतंत्र देव सिंह ने विकसित यूपी समिट के मंच पर हर घर नल से जल को लेकर कहा कि बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में लोग छह-छह किलोमीटर पानी लेने जाते थे. जब यह योजना शुरू हुई थी, हमारी अपनी कोई प्रॉपर्टी नहीं थी. गांव से जमीन ली गई.
स्वतंत्र देव सिंह ने जल जीवन मिशन के काम पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि इसमें कठिनाइयां हैं, चुनौतीपूर्ण परिस्थितियां हैं. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत 2 करोड़ 64 लाख घरों में नल का कनेक्शन हम दे चुके हैं. प्रयागराज में करीब 73 फीसदी काम ही हुआ है. इस पर स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि कुछ ऐसे जिले थे, जहां हमें गंगा नदी से पानी देना था. इसके एक्सपर्ट ज्यादातर साउथ या ओडिशा के थे.
उन्होंने कहा कि इसका टेंडर राष्ट्रीय स्तर पर हुआ था. इसलिए थोड़ी कठिनाइयां रहीं, लेकिन यूपी इस मामले में नंबर वन है. स्वतंत्र देव सिंह ने बाढ़ को लेकर सवाल पर कहा कि हमारे पास आठ नदियां और 58 छोटी नदियां हैं. पहली बार ऐसा हुआ कि गंगा नदी दो बार उफान पर आई. उन्होंने चंबल और अन्य नदियों से आए पानियों को छोड़े जाने का जिक्र करते हुए कहा कि यह जाकर बलिया में ठहरता है. यह पानी लगभग 40 दिन स्थिर हो गया.
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि विभाग ने ईमानदारी के साथ काम किया. एक परियोजना भी यूपी में डैमेज नहीं हुई और ना ही उस स्थान पर कटान हुआ. उन्होंने कहा कि जून में दौरा करता हूं, 90 फीसदी काम पूरा हो गया तो पेमेंट तुरंत करता हूं. स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सभी टेंडर पारदर्शी व्यवस्था के तहत होते हैं. बाढ़ का पानी 40 दिन रुकना, ये इतिहास में पहली बार हुआ.
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उन्होंने आगे कहा कि बदायूं, बिजनौर... बिजनौर में अगर हम ना जुटते, तो बंधा कटान की ओर आ गया था. वह बंधा कटते-कटते किनारा पकड़ लिया था. स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सभी के ईमानदारी से परिश्रम के कारण बंधा सुरक्षित है और नुकसान नहीं है. उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी के पलिया में शारदा नदी का पानी रेल की पटरी के ऊपर बहता है, उसकी महाराज जी (सीएम योगी) ने ड्रेजिंग कराई और कोई नुकसान नहीं हुआ.
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