UP-TET: अभ्यर्थियों को बड़ी राहत, CM योगी ने दिया परीक्षा शुल्क नहीं बढ़ाने का निर्देश, 600 से 1700 करने वाला था विभाग

यूपी-टीईटी (UP-TET) परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों के लिए बड़ी राहत आई है. विभाग की ओर से आवेदन शुल्क बढ़ाने की तैयारी चल रही थी, लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट आदेश दिया कि किसी भी तरह की फीस वृद्धि नहीं होगी. अब उम्मीदवारों को पहले की तरह ही पुरानी फीस पर आवेदन करने की सुविधा मिलेगी.

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 विभाग यूपी-टीईटी आवेदन शुल्क में इजाफा करने की योजना बना रहा था. (File Photo: ITG) विभाग यूपी-टीईटी आवेदन शुल्क में इजाफा करने की योजना बना रहा था. (File Photo: ITG)

संतोष शर्मा

  • लखनऊ,
  • 20 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 11:12 PM IST

यूपी-टीईटी (UP-TET) परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है. परीक्षा शुल्क बढ़ाने की तैयारी कर रहे विभाग को सीएम योगी आदित्यनाथ ने साफ निर्देश दिया है कि किसी भी हालत में फीस नहीं बढ़ाई जाएगी. विभाग फीस को 600 से 1700 करने वाला था.

सूत्रों के मुताबिक, विभाग यूपी-टीईटी आवेदन शुल्क में इजाफा करने की योजना बना रहा था. इसकी जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश जारी कर दिया कि अभ्यर्थियों पर अतिरिक्त बोझ नहीं डाला जाएगा. उन्होंने स्पष्ट कहा, “कोई शुल्क वृद्धि नहीं होगी.”

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सीएम योगी के इस निर्णय के बाद लाखों अभ्यर्थियों ने राहत की सांस ली है. अब पहले की तरह ही पुरानी फीस पर ही यूपी-टीईटी का फॉर्म भरा जाएगा.

वर्तमान में दोनों स्तरों के लिए आवेदन शुल्क 600-600 रुपये निर्धारित है, लेकिन अब इसे 1700-1700 रुपये करने का प्रस्ताव था. यदि कोई उम्मीदवार दोनों स्तरों की टीईटी में शामिल होता है, तो कुल शुल्क 3400 रुपये देना होता.

2026 में होगी परीक्षा
आयोग अब यूपी-टीईटी परीक्षा का आयोजन करने वाला है, जिसे 29 और 30 जनवरी 2026 को आयोजित करने की घोषणा पहले ही कर दी गई थी. इस परीक्षा के लिए नए सत्र के आवेदन लेने हैं, इसलिए आयोग ने आवेदन शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव शासन को भेजा था.

टीईटी का आवेदन शुल्क बढ़ाए जाने की योजना ने अभ्यर्थियों में रोष फैला दिया. शिक्षा सेवा चयन आयोग ने शासन को प्रस्ताव भेजा, जिसमें प्रति स्तर शुल्क 600 रुपये से बढ़ाकर 1700 रुपये करने की सिफारिश की गई थी.

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क्या है UP-TET?
UP-TET यानी उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा, राज्य में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक बनने के लिए अनिवार्य परीक्षा है. इसे पास करना शिक्षक बनने की शर्त है. यह परीक्षा दो स्तरों पर आयोजित होती है. प्राथमिक स्तर (कक्षा 1–5) और उच्च प्राथमिक स्तर (कक्षा 6–8). उम्मीदवारों की न्यूनतम योग्यता बी.एड/डी.एल.एड या संबंधित विषय में स्नातक डिग्री है. परीक्षा में बाल विकास, भाषा, गणित, विज्ञान या सामाजिक विज्ञान जैसे विषय शामिल होते हैं.

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