उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एक छात्र को लाइब्रेरी में पढ़ाई के दौरान चुप रहने के लिए कहना भारी पड़ गया. मामला शहर कोतवाली क्षेत्र का है, जहां गिरवां क्षेत्र के रहने वाले छात्र शत्रुघ्न ने बताया कि वह 6 नवंबर को शहर की एक लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहा था. उसी दौरान दो युवक आए और पीछे बैठकर बातें करने लगे. जब उसने मना किया तो दोनों को यह बात बुरी लग गई.
छात्र का आरोप है कि इसके बाद उन युवकों ने कुछ दबंग लड़कों को बुलाया और लाइब्रेरी के अंदर ही उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी. आधा दर्जन युवकों ने उसे बाहर घसीटकर घूंसे और थप्पड़ों से मारा, चश्मा तोड़ दिया और गालियां दीं. दबंगों ने छात्र को धमकी दी कि अगर उसने पुलिस में शिकायत की तो जान से मार देंगे.
छात्र को युवकों ने पीटा
पीड़ित छात्र ने घटना की शिकायत अलीगंज चौकी में की, लेकिन आरोप लगाया कि चौकी इंचार्ज ने कार्रवाई करने के बजाय समझौता करने का दबाव बनाया. छात्र ने कहा कि दरोगा ने न मानने पर कैरियर बर्बाद करने की धमकी दी. अब छात्र ने एसपी से न्याय की मांग की है.
लाइब्रेरी में मामूली विवाद पर हुई थी मारपीट
इस घटना पर एसपी पलाश बंसल के मीडिया सेल ने बताया कि लाइब्रेरी में मामूली विवाद हुआ था और दोनों पक्षों ने लिखित समझौता दिया है. एसपी ने कोतवाली नगर प्रभारी को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
सिद्धार्थ गुप्ता