6 साल से 'कैद', न फोटो, न फोन... सिर्फ 'टोनी' से था लगाव; डॉगी के चक्कर में सुसाइड करने वाली ग्रेजुएट बहनों- जिया और राधा की कहानी

लखनऊ के पारा में पालतू कुत्ते 'टोनी' की बीमारी से दुखी दो सगी बहनों, राधा और जिया ने फिनायल पीकर जान दे दी. लंबे समय से डिप्रेशन और सामाजिक अलगाव झेल रही दोनों बहनें कुत्ते की बिगड़ती हालत बर्दाश्त नहीं कर सकीं. अस्पताल ले जाते समय और इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई.

Advertisement
जिया और राधा की मौत के बाद सदमे में परिवार (Photo- ITG) जिया और राधा की मौत के बाद सदमे में परिवार (Photo- ITG)

अंकित मिश्रा

  • लखनऊ ,
  • 26 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 2:53 PM IST

लखनऊ के पारा थाना क्षेत्र में सगी बहनों ने अपने पालतू कुत्ते की बीमारी से मानसिक तनाव में आकर फिनायल पीकर आत्महत्या कर ली. घटना दोदा खेड़ा, जलालपुर की है. मृतक बहनों की पहचान राधा सिंह (24) और जिया सिंह (22) के रूप में हुई है. दोनों ग्रेजुएट थीं.

परिजनों के अनुसार दोनों बहनें लंबे समय से डिप्रेशन में थीं और सामाजिक जीवन से पूरी तरह कट चुकी थीं. वे परिवार से अलग खाना बनाती थीं और मोहल्ले में भी किसी से बातचीत नहीं करती थीं.

Advertisement

दरअसल, 65 वर्षीय पारा निवासी कैलाश सिंह की दोनों बेटियों ने जर्मन शेफर्ड नस्ल का एक कुत्ता पाल रखा था, जिसका नाम टोनी था. टोनी पिछले करीब एक महीने से गंभीर रूप से बीमार था और इलाज के बावजूद उसकी हालत में सुधार नहीं हो रहा था. बहनों को आशंका थी कि कुत्ता नहीं बचेगा, इसी बात को लेकर वे लगातार तनाव में थीं. छोटी बहन जिया सिंह की मानसिक स्थिति पहले से ही ठीक नहीं थी. कुत्ते की तबीयत बिगड़ने के बाद जिया के साथ राधा भी डिप्रेशन आ गई.

बुधवार को दोनों बहनों ने फिनायल पी लिया और तुरंत अपनी मां गुलाबा देवी को इसकी जानकारी दी. मां ने बड़े बेटे वीर सिंह को फोन कर बुलाया. वीर के पहुंचने से पहले ही पड़ोसियों की मदद से दोनों को रानी लक्ष्मी बाई अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही राधा की मौत हो गई. जिया ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

Advertisement

जिया और राधा की कहानी, परिजनों की जुबानी 

परिवार के लोगों ने बताया कि दोनों बहनें सोशल मीडिया, शादी-पार्टी और अन्य सामाजिक आयोजनों से पूरी तरह दूर रहती थीं. पिछले करीब छह साल से वे कहीं बाहर नहीं गई थीं. मोबाइल और सोशल मीडिया से भी उनका कोई खास जुड़ाव नहीं था. वे ज्यादातर समय अपने कुत्ते के साथ ही रहती थीं. मां के अनुसार फोटो खिंचवाने की बात पर भी वे नाराज हो जाती थीं. 

दोनों बहनों के बीच गहरा लगाव था. वे अपना खाना परिवार से अलग बनाती थीं और खाने में कुत्ते का हिस्सा जरूर रखती थीं. किसी और के खाना मांगने पर मना कर देती थीं. मोहल्ले के लोगों के अनुसार, वे भूत-प्रेत जैसी आशंकाएं भी जताया करती थीं.

परिजनों ने बताया कि दोनों के इलाज के लिए उन्हें कई बार बालाजी भी ले जाया गया था, लेकिन वहां से लौटने के बाद भी उनकी हालत में कोई खास सुधार नहीं हुआ. परिवार का मानना था कि उन पर किसी तरह का साया है.

पड़ोसी ने बताया कि दोनों बहनें अपने डॉगी टोनी से बेहद प्यार करती थीं. अगर कुत्ता खाना नहीं खाता था तो वे भी खाना छोड़ देती थीं. कुत्ते की बीमारी के बाद से वे और ज्यादा तनाव में रहने लगी थीं. फिलहाल, पुलिस घटना को आत्महत्या का मामला बताकर जांच कर रही है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement