बहराइच हिंसा मामले में पुलिस ने दो आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया है. बहराइच में एनकाउंटर में घायल सरफराज उर्फ रिंकू और फहीम मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद के बेटे हैं.
वहीं सरफराज और फहीम सहित कुल पांच आरोपियों को पकड़ा भी गया है. सूत्रों के मुताबिक एक्सचेंज ऑफ़ फायर यानी की गोली दोनों तरफ से चली है लेकिन इस एनकाउंटर में गिरफ्तारी के दौरान किस-किस को गोली लगी है अभी ये पूरी तरह साफ नहीं है.
एसटीएफ चीफ अमिताभ यश ने क्या कहा ?
इस एनकाउंटर को लेकर यूपी के स्पेशल टास्क फोर्स के प्रमुख अमिताभ यश ने आज तक से बातचीत में कहा, 'मेरे पास जो जानकारी है उसके मुताबिक अभी पांच आरोपी गिरफ्तार हुए हैं. ये आरोपी उस मर्डर से संबंधित है जिसकी वजह से हिंसा हुई थी. बहराइच पुलिस ने इन्हें अभी-अभी गिरफ्तार किया है. अभी ज्यादा जानकारी नहीं है और मैं अधिकारियों से बात कर रहा हूं.' उन्होंने कहा, 'हो सकता है एक्सचेंज ऑफ फायर (दोनों तरफ से गोलीबारी) हुआ हो लेकिन अभी मेरे पास जानकारी नहीं है.'
रविवार को बहराइच में कैसे शुरू हुई थी हिंसा
बता दें कि रविवार की शाम करीब छह बजे बहराइच के हरदी थाना इलाके के रेहुआ मंसूर गांव का रहने वाला रामगोपाल मिश्रा (22) दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए जुलूस में आगे-आगे चल रहा था.
ये जुलूस जब महराजगंज बाजार में समुदाय विशेष के मोहल्ले से गुजर रहा था तो नारेबाजी और डीजे बजाने को लेकर दो पक्षों में कहासुनी हो गई. देखते ही देखते ये कहासुनी बवाल में बदल गई.
आरोप है कि इस दौरान छतों से पत्थर फेंके जाने लगे, जिससे विसर्जन में भगदड़ मच गई. इस बीच जो गोलीबारी हुई उसमें रामगोपाल गंभीर रूप से घायल हो गया, उसे बहराइच मेडिकल कॉलेज लाया गया जहां उसने दम तोड दिया. रामगोपाल की मौत की खबर के बाद महराजगंज में बवाल और अधिक उग्र हो गया.
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