'भावना में बहकर कभी भी...', बाबा साहेब-अखिलेश फोटो विवाद पर समाजवादी पार्टी ने दी कार्यकर्ताओं को ये नसीहत

सपा ने बयान जारी करते हुए कहा है कि 'हम अपने सभी समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रेम, स्नेह, समर्पण के लिए उनकी भावनाओं का हृदय से आभार प्रकट करते हैं, साथ ही ये अति संवेदनशील अपील भी करते हैं कि भावना में बहकर कभी भी किसी पार्टी नेता की तुलना या समकक्षता किसी भी दिव्य और पूजनीय महापुरुष या महाव्यक्तित्व से किसी भी संदर्भ में नहीं करें.'

Advertisement
फोटो में आधा चेहरा अखिलेश का और आधा बाबा साहेब का फोटो में आधा चेहरा अखिलेश का और आधा बाबा साहेब का

aajtak.in

  • लखनऊ ,
  • 01 मई 2025,
  • अपडेटेड 9:57 AM IST

बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की आधी फोटो के साथ अखिलेश यादव की फोटो लगाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. बीजेपी और बसपा समाजवादी पार्टी पर हमलावर हैं और इस कृत्य को बाबा साहेब का अपमान बता रही हैं. विवाद के बीच अब खुद सपा का रिएक्शन आया है, जिसमें उसने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि भावना में बहकर कभी भी किसी पार्टी नेता की तुलना या समकक्षता किसी भी महापुरुष से किसी भी संदर्भ में नहीं करें. 

Advertisement

दरअसल, बीते दिनों अखिलेश यादव को बाबा साहेब के साथ की उनकी एक फोटो लोहिया वाहिनी के कार्यकर्ता ने भेंट किया था. इसमें आधी तस्वीर अखिलेश की थी और आधी बाबा साहेब की. इसे लेकर बीजेपी, बसपा आदि दलों ने आपत्ति जताई थी. कई जिलों में अखिलेश के खिलाफ प्रदर्शन भी हुए. 

मामले में सपा के आधिकारिक एक्स हैंडल से भी बयान जारी किया गया, जिसमें लिखा है- 'हम अपने सभी समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रेम, स्नेह, समर्पण के लिए उनकी भावनाओं का हृदय से आभार प्रकट करते हैं, साथ ही ये अति संवेदनशील अपील भी करते हैं कि भावना में बहकर कभी भी किसी पार्टी नेता की तुलना या समकक्षता किसी भी दिव्य और पूजनीय महापुरुष या महाव्यक्तित्व से किसी भी संदर्भ में नहीं करें और न ही इस तुलना को दर्शाने वाली कोई भी तस्वीर, प्रतिमा, गीत बनाएं या बयान दें. दिव्य व्यक्तित्व व महापुरुष किसी भी तुलना से बहुत ऊपर होते हैं.'

Advertisement

फोटो विवाद में घिरे अखिलेश यादव! बाबा साहेब के साथ आधी तस्वीर पर भड़की बीजेपी, मायावती ने भी चेताया

बता दें कि फोटो में आधा चेहरा अखिलेश यादव का है जबकि आधा चेहरा बाबा साहेब आंबेडकर का है. इस तस्वीर को लालचंद गौतम ने भेंट किया था. गौतम लोहिया वाहिनी के प्रदेश सचिव हैं. उन्होंने भी इसपर सफाई दी है. 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement