उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में 18 दिन से लापता युवक अमजद का सड़ा-गला शव ढमोला नदी में मिला है. शव बोरे में बंद था और तीन हिस्सों में मिला. शुक्रवार को खेतों में काम कर रहे किसानों ने नदी में कुछ तैरता देखा, जिसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने शव को बाहर निकालकर जांच शुरू की.
दरअसल, अमजद तीन नवंबर से लापता था. पुलिस ने पिछले दिनों लगभग 20 किलोमीटर तक 48 घंटे लगातार तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. आखिरकार, लापता अमजद का 18 दिन से सड़ा-गला शव नदी में मिला. शव की हालत इतनी खराब थी कि पहचान करना भी मुश्किल हो रहा था. मृतक के दोनों पैर नदी में लगभग आधा किलोमीटर दूर एक अलग बोरे में मिले.
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18 दिन की तलाश, लेकिन सुराग नहीं मिला था
पुलिस ने लगभग 20 किलोमीटर तक नदी के किनारे 48 घंटे तक लगातार सर्च किया था, लेकिन तब किसी तरह का कोई सुराग हाथ नहीं लगा. परिजनों ने अमजद की गुमशुदगी और हत्या का शक जताते हुए गांव के फरमान, उसकी पत्नी रुखसाना, साले अमजद, शमीम और समीर को नामजद किया था. पुलिस ने पांचों आरोपियों को अलग-अलग तारीखों में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
मामला थाना देहात कोतवाली क्षेत्र के शेखपुरा कदीम गांव का है. अमजद की हत्या इसी गांव में की गई थी और फिर शव को ढमोला नदी में फेंका गया था. पानी में लंबे समय तक रहने के कारण शव की पहचान मुश्किल हो गई थी. पुलिस ने तलाशी के दौरान रस्सी और हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू भी बरामद कर लिया है.
पत्नी से अवैध संबंध के शक में हत्या
मुख्य आरोपी फरमान ने पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया है. उसने बताया कि उसे शक था कि उसकी पत्नी रुखसाना के मृतक अमजद से अवैध संबंध थे. इसी शक में उसने प्लान बनाकर अमजद को नशीली गोली खिलाई, फिर रस्सी से गला घोटकर हत्या कर दी. जब शव बोरे में नहीं आ रहा था, तो दोनों पैर काटकर अलग कर दिए गए. इसके बाद शव को गांव से करीब दो किलोमीटर दूर ढमोला नदी में फेंक दिया गया.
हत्या के बाद आरोपियों ने परिवार से 10 लाख रुपये की फिरौती मांगकर मामले को अपहरण जैसा दिखाने की कोशिश भी की, ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके. लेकिन जांच आगे बढ़ने पर सच्चाई सामने आ गई.
अभी पोस्टमॉर्टम और सबूतों के आधार पर आगे कार्रवाई
एएसपी मनोज यादव ने बताया कि नदी से शव, रस्सी और चाकू बरामद कर लिए गए हैं. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और अन्य तकनीकी सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. उनका कहना है कि यह घटना बेहद क्रूर और योजनाबद्ध थी. पांचों नामजद आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं और पूरे मामले की जांच जारी है.
सीओ मनोज यादव ने भी बताया कि 3 नवंबर को दर्ज हुई शिकायत में परिवार ने अमजद के अपहरण और हत्या का आरोप लगाया था. जांच के दौरान खुलासा हुआ कि अमजद की हत्या कर शव नदी में फेंका गया. अधिकारी ने यह भी बताया कि शव मिलने और सभी अहम सबूत बरामद होने के बाद केस मजबूत हो गया है और आगे सख्त कार्रवाई की जाएगी.
राहुल कुमार