सहारनपुर पुलिस ने नशा तस्करी के खिलाफ बड़े पैमाने पर चलाए गए अभियान ‘ऑपरेशन सवेरा’ के तहत जिले में फैले मादक पदार्थों के नेटवर्क पर सीधी चोट की है. जुलाई से नवंबर तक चली कार्रवाई ने तस्करों की कड़ी से कड़ी जोड़ को तोड़ते हुए पूरे सिस्टम को हिला दिया. एसएसपी के पदभार संभालने के साथ ही अवैध नशे के कारोबार को खत्म करना प्राथमिकता तय हुई और इसी रणनीति का असर है कि चार महीनों में रिकॉर्ड जब्ती और गिरफ्तारियां हुईं.
पुलिस का कहना है कि यह सिर्फ छापेमारी नहीं, बल्कि नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने की रणनीतिक मुहिम है. अभियान के दौरान पुलिस ने लगातार मॉनिटरिंग, इंटेलिजेंस और फील्ड एक्शन्स को एक साथ जोड़कर बड़े पैमाने पर तस्करों को पकड़ने का प्लान अपनाया.
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202 केस दर्ज, 303 तस्कर जेल भेजे
जुलाई से नवंबर के बीच पुलिस ने कुल 202 एनडीपीएस केस दर्ज किए और 303 तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेजा. इतनी बड़ी संख्या यह साबित करती है कि जिले में लंबे समय से सक्रिय नेटवर्क पर पुलिस ने सीधे वार किया है.
20 करोड़ की नशीली खेप बरामद
अभियान के दौरान पुलिस को बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ मिले. इसमें 19 किलो से ज्यादा चरस, 10 किलो स्मैक, 44 किलो डोडा पोस्त और करीब 11 किलो अफीम शामिल है. दो बड़े ऑपरेशनों में पकड़ी गई 500 और 504 ग्राम स्मैक ने तस्करों की गहराई और नेटवर्क की मजबूती को उजागर किया. कुल मिलाकर पुलिस ने 83 किलो से ज्यादा मादक पदार्थ बरामद किए, जिनकी अनुमानित कीमत करीब 20 करोड़ रुपये हैं.
सप्लाई चेन पर करारा प्रहार
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इतनी बड़ी मात्रा में बरामदगी से साबित होता है कि ऑपरेशन सवेरा ने नशे की सप्लाई चेन को बुरी तरह तोड़ दिया है. इलाके में सक्रिय छोटे-बड़े सभी तस्करों पर लगातार नजर रखी गई और उन्हें पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमों की तैनाती की गई.
कानूनी मोर्चे पर भी सख्ती
सिर्फ गिरफ्तारियां ही नहीं, पुलिस ने तस्करों को कानूनी तरीके से कमजोर करने के लिए भी मजबूत कदम उठाए. इसी अभियान के दौरान 14 अपराधियों पर गैंगस्टर एक्ट, 9 की हिस्ट्रीशीट और 11 के खिलाफ गुंडा एक्ट में कार्रवाई दर्ज की गई. इससे नशा तस्करी से जुड़े लोगों के भविष्य के नेटवर्क पर भी बड़ी चोट पहुंची है.
आर्थिक स्रोतों पर कार्रवाई
नशे के पैसों पर चोट करते हुए पुलिस ने तीन अभियुक्तों पर PIT-NDPS एक्ट के तहत प्रक्रिया शुरू की है. कई तस्करों की अवैध संपत्ति को अटैच करने की कार्रवाई भी तेज की गई है, ताकि उनका आर्थिक ढांचा पूरी तरह टूट जाए.
पुलिस की जनता से अपील
एसपी सिटी व्योम बिंदल ने बताया कि पुलिस का लक्ष्य सिर्फ नशा पकड़ना नहीं, बल्कि उस पूरी कड़ी को तोड़ना है, जिसके दम पर नशा तस्करी चलती है. उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि कहीं भी नशे का अवैध कारोबार दिखाई दे, तो पुलिस को गोपनीय रूप से सूचना दें. पुलिस ने साफ कहा कि नशे के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी साथ ही और भी तेज होगी.
राहुल कुमार