कानपुर में मंगलवार रात 14 वर्षीय छात्र प्रखर त्रिवेदी ने एनआरआई सिटी की नौवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. प्रखर की मां वोसकी त्रिवेदी ने अपने पति सुधांशु त्रिवेदी और बच्चे की दादी को इस मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए पुलिस कमिश्नर से लिखित शिकायत की है. होमवर्क पूरा न होने पर टीचर और दादी की डांट से प्रखर काफी क्षुब्ध था.
जॉइंट पुलिस कमिश्नर आशुतोष कुमार के मुताबिक, मां की शिकायत पर एसीपी को जांच सौंप दी गई है. यह मामला तब और गरमा गया जब पोस्टमार्टम हाउस में पंचनामे की प्रक्रिया के दौरान छात्र के ननिहाल पक्ष और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई.
प्रखर की मां वोसकी त्रिवेदी अपने पति सुधांशु से विवाद और तलाक के मुकदमे के कारण मायके में रह रही थीं. प्रखर अपने पिता और दादी के साथ एनआरआई सिटी में रहता था. मां का आरोप है कि पिता और दादी की प्रताड़ना ने उनके बेटे को मौत के गले लगाने पर मजबूर कर दिया. पुलिस अब इस बिंदु की भी जांच कर रही है कि क्या केवल डांट ही सुसाइड की वजह थी या पीछे कोई और गहरा पारिवारिक तनाव था.
पोस्टमार्टम हाउस में मामी का हाई वोल्टेज ड्रामा
पोस्टमार्टम हाउस में तब हंगामा खड़ा हो गया जब प्रखर की मामी और बीजेपी महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष अनीता त्रिपाठी ने एक सिपाही को जमकर फटकार लगाई. उन्होंने सिपाही पर पिता से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा, "दिमाग न खराब हो तुम्हारा, मिनट में सही कर दूंगी." उनका आरोप था कि पुलिस ने साजिशन उन्हें खाने पर भेज दिया और पीछे से पिता के हस्ताक्षर पंचनामे पर करवा लिए, जबकि रात भर पिता या दादा शव के पास नहीं आए थे.
पुलिस की जांच और आगे की कार्रवाई
हंगामे के बाद पुलिस ने बच्चे के नाना और मामी के भी पंचनामे पर हस्ताक्षर करवाए, तब जाकर परिजनों का गुस्सा शांत हुआ. जॉइंट पुलिस कमिश्नर आशुतोष कुमार ने स्पष्ट किया है कि पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर हर पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है. शुरुआती जांच में टीचर और दादी की डांट को सुसाइड की वजह माना जा रहा था, लेकिन अब मां द्वारा दी गई अर्जी के आधार पर पिता और दादी की भूमिका को भी जांच के दायरे में शामिल कर लिया गया है.
रंजय सिंह