उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के आशियाना इलाके में रहने वाले बुजुर्ग मकान मालिक की हत्या किराएदारों ने की थी. मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने कहा कि किराएदार मकान पर कब्जा करना चाहते थे. इसी को लेकर हत्या कर दी. हत्या के बाद शव को रेनकोट पहनाकर गाड़ी में रखा और इंदिरा नहर में फेंक दिया था. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हो सका.
जानकारी के अनुसार, अशियाना इलाके में रहने वाले बुजुर्ग मकान मालिक की हत्या उसी के मकान में 14 साल से किराए पर रह रहे दो भाइयों सुखविंदर सिंह और अजीत सिंह ने की थी. दोनों मकान पर कब्जा करना चाहते थे.
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि नरूला जी (मकान मालिक) के मकान में वे 14 साल से किराएदार थे. उस मकान को हड़पना चाहते थे. जिस दिन हत्या हुई, उस दिन घर पर ब्रोकर आया था, जिसके जरिए घर बेचने का प्रयास किया था. ब्रोकर के चले जाने के बाद किराएदारों और मकान मालिक के बीच बहस हो गई.
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दोनों आरोपियों ने मकान मालिक को धक्का मार दिया, जिसके चलते उनके सिर में चोट लग गई. इसके बाद दोनों आरोपियों ने मकान मालिक का गला दबाकर हत्या कर दी. हत्या के बाद आरोपियों ने शव को रेनकोट में लपेटकर बाइक पर रखा और इंदिरा नहर में बॉडी को फेंक आए.
डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमें एसडीआरएफ, फ्रंट पीएससी, पुलिस और गोताखोरों को शव तलाशने में लगाया गया. काफी सर्च के बाद डेड बॉडी रायबरेली से बरामद हुई थी. परिजनों ने बॉडी की पहचान कर ली है.
वारदात में इस्तेमाल बाइक, रस्सी और रेनकोट जब्त कर लिया गया है. मृतक के हाथ से अंगूठियां निकालकर झाड़ियों में फेंक दी थीं, ताकि पुलिस को मामला लूट और हत्या का लगे. जब यह घटना हुई तो उस दौरान घर पर कोई नहीं था. आरोपी किराएदार सुखविंदर सिंह हार्डवेयर की दुकान पर काम करता है. वहीं अजीत सिंह उर्फ टीटू एक कैमरा कंपनी में मैनेजर है. फिलहाल दोनों को अरेस्ट कर लिया गया है.
सत्यम मिश्रा