उत्तर प्रदेश में फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने वाले एक और सिंडिकेट का खुलासा हुआ है. यूपी एटीएस ने आजमगढ़ से एक महिला समेत 3 को गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक CMO आजमगढ़ के दफ्तर में तैनात संविदा कर्मी अनीता यादव इस फर्जी जन्म मृत्यु प्रमाणपत्र के फर्जीवाड़े की मास्टरमाइंड है. वहीं, मामले में गिरफ्तार शिवानंद और आनन्द यादव दोनों सहयोगी के रूप में कार्य करते थे.
सीआरएस पोर्टल का दुरुपयोग करती थी अनीता
जानकारी के मुताबिक अनीता सीआरएस पोर्टल की अधिकृत लॉग इन आईडी का दुरुपयोग कर सिंडिकेट में शामिल लोगों के जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बना रही थी. बताया यह भी जाता है कि गिरफ्तार अनीता यादव कई ग्राम सचिव की आईडी में अवैध ढंग से फेर बदल कर भी जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनाती थी.
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वहीं, बीते दिनों रायबरेली से गिरफ्तार हुआ रविकेश भी इसी गैंग का हिस्सा था. रविकेश ने रायबरेली के सलोन इलाके में बीते 4 साल में चार लाख से अधिक फर्जी जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए थे. रविकेश से हुई पूछताछ के बाद यूपी एटीएस ने आजमगढ़ में फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने वाले एक दूसरे सिंडिकेट का भी खुलासा किया है.
25 हजार का इनामी था रविकेश
यूपी एटीएस ने बताया कि लखनऊ से रविकेश को गिरफ्तार किया गया था. उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था. पुलिस पूछताछ में रविकेश ने बताया कि उसने अपने दो पोर्टल से 4 लाख से अधिक जन्म प्रमाण पत्र और 5000 मृत्यु प्रमाण पत्र फर्जी बनाकर दिए थे.
उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में बनाकर देता था फर्जी प्रमाण पत्र
रविकेश ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश, बिहार समेत कई राज्यों में फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर देता था. उसने फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने के लिए असली पोर्टल से मिलते जुलते दो पोर्टल crsogovr.in / thedashboard.in बनाए थे. 2022 से ही वह यह काम कर रहा था.
आशीष श्रीवास्तव / संतोष शर्मा